स्कूल से कॉलेज में जाने वाली निशा ने अपने बालों को नीले रंग में रंगने का फैसला लिया। वह बहुत उत्साहित थी और इसके चलते उसने मुंबई के ही एक सलून से बालों को पसंदीदा रंग में रंगने का फैसला किया। हालांकि निशा को यह नहीं पता था कि बालों के कुछ हिस्से को नीला रंगने के लिए उन बालों को पहले ब्लीच करना होगा। इसके साथ ही निशा को यह भी नहीं पता था कि बालों को ब्लीच करने के क्या नुकसान होते हैं। आखिर करीब तीन घंटे की मेहनत के बाद हेयरड्रेसर ने निशा के बालों को उसका पसंदीदा डार्क ब्लू व कहीं कहीं पर्पल कलर दे दिया। निशा अपने बालों के कलर को लेकर बहुत खुश थी, लेकिन यह एक महीने से भी कम समय में फेड होना शुरू हो गया।
हर बार जब निशा शैम्पू करती, तो उसके बालों का अलग ही रंग निकलता। यह पहले डार्क ब्लू ये पर्पल हुआ, फिर पिंक और आखिर में सफेद रंग निकलने लगा। उसके बाल किसी रस्सी की तरह लगने लगे और सबसे दुखद यह था कि अब इनका कुछ नहीं किया जा सकता था, क्योंकि बालों को कलर करने से पहले ब्लीच किया गया था, जिसके बाद उनका नैचुरल कलर वापस लौटाना असंभव था। इसके बाद आखिरकार निशा को अपने बालों का वह हिस्सा काटना पड़ा और अब वह अपने बालों की नेचुरल ग्रोथ का इंतजार कर रही है।
यह बातें रखें ध्यान बालों को कलर करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें – – अगर आप अपने बालों पर ड्रैमेटिक हेयर ट्रांसफॉर्मेशन जैसे कि ब्लू, ग्रीन, रेड आदि देना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि आप टेम्प्रेरी हेयर कलर को चुने ना कि पर्मानेंट कलर।
– इस तरह के हेयर ट्रांसफॉर्मेशन में ब्लीच की जरूरत होती है, इससे से बचें क्योंकि ब्लीच होने के बाद बालों का नैचुरल कलर वापस नहीं आता।
– इस तरह के कलर के बाद बाल टूटने और झडऩे की समस्या के लिए तैयार रहें। यह आपके बालों की क्वालिटी को खराब कर सकता है।
– इस तरह के हेयर ट्रांसफॉर्मेशन में ब्लीच की जरूरत होती है, इससे से बचें क्योंकि ब्लीच होने के बाद बालों का नैचुरल कलर वापस नहीं आता।
– इस तरह के कलर के बाद बाल टूटने और झडऩे की समस्या के लिए तैयार रहें। यह आपके बालों की क्वालिटी को खराब कर सकता है।