मुलेठी में ग्लैब्रिडिन नामक एक ऐसा तत्व होता है, जो टायरोसिनेस (एक एंजाइम जो मेलेनिन के उत्पादन का काम करता है) की गतिविधि को नियंत्रित कर सकता है। वहीं, इसमें लिक्विरेटिन भी पाया जाता है, जो मेलेनिन उत्पादन को नियंत्रित करता है। बता दें कि, मुलेठी में एंटी एजिंग गुण के साथ एंटी इंफ्लेमटरी और एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं। और यही कारण है कि एक मुलेठी कई चीजों पर कागर होती है।
मुलेठी में ग्लैब्रिडिन एंटी-टायरोसिनेस के रूप में काम करता है इससे स्किन में मेलेनिन के उत्पादन कम होता है। मेनेनिन स्किन को सांवला बनाता है। मुलेठी का पैक लंबे समय तक लगाया जाए तो स्किन पर निखार के साथ गोरापन नजर आने लगता है।
मुलेठी टैनिंग दूर करने में भी बहुत कारगर है। इसमें मौजूद ग्लाइसीरैथिनिक एसिड स्किन को यूवी रेज के दुष्प्रभाव से बचाती है। अगर स्किन पर टैनिंग आ गई है तो इसके पैका इस्तेमाल बहुत काम आएगा।
3. पिगमेंटेशन की समस्या होगी दूर
पिगमेंटेशन की शिकायत है तो मुलेठी का पैक यूज करें। मुलेठी में एंटी टायरोसिनेस (मेलेनिन को नियंत्रित करने वाला) प्रभाव पाया जाता है, जो पिगमेंटेशन की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है।
4. ड्राई स्किन पर कारगर
अगर आपकी स्किन ड्राई है या उसमें नमी की कमी है तो आपको मुलेठी का पैक लगाना चाहिए। मुलेठी का एथनॉलिक अर्क त्वचा को हाइड्रेट करने में मदद करता है।
5. सूजन होती दूर
मुलेठी पाउडर किसी भी तरह की सूजन कम करने में भी सहायक है। स्किन या शरीर कहीं भी सूजन हो तो इसका इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है, जो सूजन को कम करने में सहायक हो सकता है।
मुलेठी पाउडर का इस्तेमाल मुंहासों को ठीक करने के लिए भी किया जा सकता है। दरअसल, मुलेठी पाउडर में ग्लाइसीरैथिनिक नामक एसिड मौजूद होता है। यह मुंहासों को कम करने में मदद कर सकता है।
7. स्किन इंफेकशन से बचाव
मुलेठी पाउडर का इस्तेमाल त्वचा संक्रमण को कम करने के लिए भी किया जा सकता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की रिपोर्ट के मुताबिक मुलेठी के अर्क में मौजूद ग्लैब्रिडिन नामक तत्व एंटीवायरल और एंटी-माइक्रोबियल गुण संक्रमण फैलाने वाले वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार होते हैं।