हो रहा है जमीनी हकीकत का आकलन प्रदेश में नए जिलों की गत 17 मार्च को घोषणा हुई थी। इन जिलों की सीमाओं का तय किया जाना शेष है। नए सृजित जिलों की सीमाओं को लेकर लोगों में खासी उत्सुकता है। नवसृजित जिलों के गठन को लेकर सरकार ने विशेषाधिकारी कार्यालय खोल दिए हैं। विशेषाधिकारी रोहिताश्वसिंह तोमर ने कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही तेजी से काम शुरू कर दिया है। नवसृजित जिला कलक्टर कार्यालय के लिए भवन को लेकर कवायद चल रही है। इसमें समाज कल्याण विभाग के छात्रावास में पर्याप्त भवन व सुविधाएं होने से नया भवन बनने तक जिला कलक्टर कार्यालय को इस भवन में संचालित करने को लेकर भी जमीनी हकीकत का आकलन किया जा रहा है।
पुराने नक्शे से उभरती है यह तस्वीरसूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय में ब्यावर उपखंड से मसूदा उपखंड के सृजित होने से पहले का एक नक्शा गत दिनों देखने को मिला। हालांकि मसूदा नया उपखंड सृजित होने के चलते उस नक्शे का महत्व कालातीत हो गया। उस नक्शे पर नजर डालें तो उस समय ब्यावर उपखंड में टॉडगढ़ व बिजयनगर उपतहसील, बिजयनगर नगर पालिका, ब्यावर नगर परिषद, पंचायत समिति जवाजा व मसूदा, 105 पटवार मंडल, छह पुलिस थाने आते थे। उस समय उपखंड क्षेत्र की कुल आबादी तीन लाख 52 हजार 851 दर्शाई गई है। इसके अलावा उपखंड का क्षेत्रफल एक लाख 46 हजार 349 हेक्टेयर था। हालांकि अब केकडी भी नया जिला सृजित हो गया है। ऐसे में किस जिले में कौनसा क्षेत्र शामिल होगा। यह तो अधिसूचना के बाद ही पता लग सकेगा लेकिन सालों पुराने ब्यावर के उपखंड में शामिल रहे क्षेत्रों के ब्यावर जिले में शामिल होंगे या नहीं? इसको लेकर लोगों में उत्सुकता है।