script300 गावों तय समय में पानी पहुँचाना मुश्किल | 300 villages are difficult to get water in fixed time | Patrika News

300 गावों तय समय में पानी पहुँचाना मुश्किल

locationब्यावरPublished: Apr 27, 2018 07:01:00 pm

Submitted by:

tarun kashyap

उदयपुर रोड बाइपास का मामला : सड़क के मध्य से 15 मीटर पर ही डाल दी पाइप लाइन, सिक्सलेन बनेगी तो आएगी जद में

300 गावों तय समय में पानी पहुँचाना मुश्किल

300 गावों तय समय में पानी पहुँचाना मुश्किल

भगवतदयालसिंह
ब्यावर. करीब एक दशक से बीसलपुर के पानी की आस लगाए बैठे मगरे के 299 गांवों के लोगों तक निर्धारित समय में पानी पहुंचना मुश्किल नजर आ रहा है। उदयपुर रोड बाइपास से लेकर केसरपुरा बाइपास के बीच थ्री लेन होने से पाइप लाइन डालने की पिछले एक साल से कवायद चल रही है। अब जब सड़क के मध्य से 15 मीटर पर पाइप लाइन डालने का काम शुरु किया तो 28 से 30 मीटर पर पाइप लाइन डालने के नियमों के चलते यहकाम अटक गया है। जबकि 28 से 30 फीट तक मकान बने हुए है। ऐसे में जालिया व देवाता तक पानी पहुंचाने का काम और लबा खिंच सकता है। जवाजा बीसलपुर परियोजना के तहत पहले चरण के गांवों को पानी दिया जाना है। ऐसे में जालिया व देवाता पिपग स्टेशन को जोडऩे के लिए उदयपुर रोड बाइपास से केसरपुरा बाइपास के मध्य पाइप लाइन डाली जानी है। यह हिस्सा ब्यावर-गोमती परियोजना में शामिल है। यह काम 2019 तक पूरा किया जाना है। अब तक यह काम शुरु नहीं होने से जमीन अधिग्रहण के मामले में ऊ हापोह की स्थिति बनी है। जवाजा बीसलपुर परियोजना के तहत गतदिनों पाइप लाइन डालने का काम शुरु किया गया। कुछ हिस्से में पाइप लाइन डालने के बाद काम रुकवा दिया गया। तब से ही काम बंद पड़ा है। यहां पर पाइप लाइन डालने के लिए संबंधित फर्म की ओर से 21 लाख 92 हजार रुपए जमा करवाए गए। 28 से 30 मीटर की दूरी पर पाइप लाइन डालने के लिए जगह नहीं है। वहां पर निर्माण होने से काम अटका है।
फिर भी नहीं ले रहे सुध
दो सिक्सलेन के बीच पेड शोल्डर होने से आए दिन सड़क दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से दो सिक्सलेन के बीच पेड शोल्डर का विस्तार करने को लेकर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे है। जबकि दो सिक्सलेन को जोडऩे वाला क्षेत्र होने से यातायात का दबाव रहता है।
इसलिए आ रही हैपरेशानी
उदयपुर रोड बाइपास से ब्यावर-किशनगढ़ सिक्सलेन शुरु होता है। जबकि केसरपुरा बाइपास से ब्यावर-पिंडवाड़ा सिक्सलेन शुरु होता है। इसके बीच का करीब एक किलोमीटर का हिस्सा ब्यावर-गोमती परियोजना में शामिल है। जो हाल में भी पेड शोल्डर ही है। ऐसे में दो सिक्सलेन के बीच पेड शोल्डर होने से यहां पर निर्धारित दूरी पर पाइप लाइन डालने के लिए जगह ही नहीं है। यहां पर मकान बने हुए है। जहां जमीन अधिग्रहण का मामला सालों से अधरझूल में चल रहा है। इस क्षेत्र में आए दिन सड़क हादसे हो रहे है। गत दिनों भी सड़क किनारे खड़ी एक बालिका के ट्रक ने टक्कर मार दी। इससे उसकी मृत्यु हो गई। इससे पहले भी बीस से अधिक लोगों की सड़क हादसे में जान जा चुकी है।
इनका कहना है…
उदयपुर रोड बाइपास पर सड़क के मध्य से 15 मीटर की दूरी पर ही पाइप लाइन डालने की जानकारी मिली। यह जानकारी मंत्रालय भिजवा दी गई है। सर्विस रोड का निर्माण किया जाना है। जो काम शुरु होगा तब किया जाएगा।
-ब्रजेश मिश्रा, परियोजना अधिकारी, ब्यावर-गोमती परियोजना
उदयपुर रोड बाइपास पर 17-18 मीटर पर कुछ पाइप लाइन डाली। इसके बाद काम रुकवा दिया। 28 -30 मीटर पर पाइप लाइन डालने को प्रशासन कह रहा है। वहां पर मकान बने हुए है। ऐसे में जालिया व देवाता पानी पहुंचाने का काम गति नहीं पकड़ पा रहा है।
-रवि सोनी, मैनेजर, बी.डी. डवलपमेंट
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो