सियार व जरख दिखे, लेकिन पैंथर नजर नहीं आया
ब्यावरPublished: May 19, 2019 05:31:19 pm
सियार व जरख दिखे, लेकिन पैंथर नजर नहीं आयावन्य जीव गणना : वन विभाग मानता है क्षेत्र में पैंथर का मूवमेंट
सियार व जरख दिखे, लेकिन पैंथर नजर नहीं आया
ब्यावर. हर बार की तरह इस बार भी वन्य जीव गणना में सियार व जरख तो दिखाई दिए लेकिन पैंथर नहीं देखा गया। जबकि वन क्षेत्र में पिछले दिनों सोलह पैंथर देखे जाने की बात वन विभाग कबूल कर रहा है। गणना के समय पैंथर नजर नहीं आने का कारण वन विभाग गत दिनों हुई बरसात को मान रहा है। वन विभाग की ओर से ब्यावर वन रेंज में 12 स्थानों पर वन्य जीव गणना की गई। इसमें पेयजल स्रोतों को चुना गया। ताकि यहां पर आने वाले वन्य जीवों पर दूर से नजर रखी जा सके। 12 स्थानों पर शनिवार प्रात: आठ बजे से शुरु हुई गणना रविवार प्रात: आठ बजे तक चली। इसमें अलग-अलग स्थानों पर 25 कार्मिक वन्य जीवों पर नजर बनाए रखी। वन विभाग की ओर से रेंज के 12 पेयजल स्रोत पर वन्यजीवों की गणना की गई। वन विभाग ने इस बार गणना के लिए चार नए स्थान बनाए है। कोटड़ा वन क्षेत्र में टाइगर मूवमेंट की शिकायतें आने के चलते वन विभाग की कुंडाल क्षेत्र पर विशेष नजर रखी। पूनेरा, अमरगढ, मोयणा तालाब की बेरी व सुरडिया में नए स्थान बनाए गए है। इसके अलावा कुंडाल, सेलीबेरी, सरवीना तालाब, झेपो का बाडिया, अमरगढ़, किराप, लीडी, हनुतिया पेजजल स्रोत पर वन्य जीव गणना की गई। क्षेत्रीय वन अधिकारी मुलकेश सालवान ने बताया कि गणना में ५९ सियार, ३ जरख, २०२ रोजड़े, ४१ जंगली सूअर, ८०७ मोर, ५५२ तीतर, १५ टिटहरी, ३ खरगोश, ६ पाटागोह दिखाई दिए। गत दिनों देेखे जाने वालों में सोलह पैंथर, १०४ सियार, १२ जरख, १४ जंगली बिल्ली, ४ बिल्ला, १६ भालू, १ बिज्जू बड़ा, ३६८ रोजड़े, १०९ जंगली सूअर, २४ सेही, ४७ लंगूर, ९४५ मोर शामिल थे।
हुआ पैंथर का मूवमेंट
कुंडाल में रात्रि साढ़े आठ बजे मचान के सामने दूसरी ओर शान्ति से बैठी भैंसों में हलचल हुई और भैंसे भागकर पानी में घुस गई। क्षेत्रीय वन अधिकारी मुलकेश सालवान ने बताया कि इससे अन्दाज है कि पैंथर का मूवमेन्ट हुआ लेकिन दिखाई नहीं दिया। साथ ही टिटहरी जैसी पक्षियों की आवाजे भी आई जो एक अलाार्मिंग कॉल थी।