इनका कहना है… घर से निकलना ही मुश्किल हो गया है। बाहर कोई जरूरी काम भी होता है तो भी हजार बार सोचना पड़ता है। कीचड़ ने हाल खराब कर रखे है। कोई सुनने वाला नहीं। -रजनी परिहार, क्षेत्रवासी, सूरज कॉलोनी ब्यावर
क्षेत्र में न तो नाली है और न ही पक्की सड़कें। हालत खस्ता है। अभी हाल में एक मौत हो गई तो शव यात्रा भी इसी कीचड़ से निकालनी पड़ी। -रामकन्या वैष्णव, क्षेत्रवासी, सूरज कॉलोनी ब्यावर
सड़कों पर कीचड़ फैला है और भरे पानी के कारण घरों में सीलन आने लगी है। परेशानियां बहुत है और कोई सुनने वाला नहीं। हालत में सुधार होना चाहिए। -किरण अजमेरा, क्षेत्रवासी, सूरज कॉलोनी ब्यावर
गांवों में सड़कें इससे अच्छी हालात में है। सालों पुरानी कॉलोनी है लेकिन सड़कें व न नालियां। बरसात के चार माह तो यहां जीवन जीना भी मुश्किल भरा है। – रामकन्या साहू, क्षेत्रवासी, सूरज कॉलोनी ब्यावर