scriptकर्म के अनुसार मिलती है मृत्यु. रामद्वारा में श्रीमद् भागवत सप्ताह : संत रामप्रसाद ने किया सम्बोधित | beawar | Patrika News

कर्म के अनुसार मिलती है मृत्यु. रामद्वारा में श्रीमद् भागवत सप्ताह : संत रामप्रसाद ने किया सम्बोधित

locationब्यावरPublished: Aug 23, 2019 05:53:32 pm

Submitted by:

sunil jain

कर्म के अनुसार मिलती है मृत्युरामद्वारा में श्रीमद् भागवत सप्ताह : संत रामप्रसाद ने किया सम्बोधित

कर्म के अनुसार मिलती है मृत्यु. रामद्वारा में श्रीमद् भागवत सप्ताह : संत रामप्रसाद ने किया सम्बोधित

कर्म के अनुसार मिलती है मृत्यु. रामद्वारा में श्रीमद् भागवत सप्ताह : संत रामप्रसाद ने किया सम्बोधित

ब्यावर. रामद्वारा में श्रीमद् भागवत सप्ताह में संत गोपाल राम महाराज ने कहा कि व्यक्ति अपने जीवन में जिस प्रकार के कर्म करता है, उसी के अनुरूप उसे मृत्यु मिलती है। भगवान ध्रुव के सत्कर्मों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ध्रुव की साधना,उनके सत्कर्म तथा ईश्वर के प्रति अटूट श्रद्धा के परिणाम स्वरूप ही उन्हें वैकुंठ लोक प्राप्त हुआ। संत ने कहा कि किसी भी स्थान पर बिना निमंत्रण जाने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि जहां आप जा रहे है, वहां आपका, अपने इष्ट या अपने गुरु का अपमान न हो। यदि ऐसा होने की आशंका हो तो उस स्थान पर जाना नहीं चाहिए। चाहे वह स्थान अपने जन्म दाता पिता का ही घर क्यों हो। कथा के दौरान सती चरित्र के प्रसंग को भी सुनाया। भक्ति के लिए कोई उम्र बाधा नहीं है। भक्ति को बचपन में ही करने की प्रेरणा देनी चाहिए, क्योंकि बचपन कच्चे मिट्टी की तरह होता है उसे जैसा चाहे वैसा पात्र बनाया जा सकता है। कथा के दौरान उन्होंने बताया कि पाप के बाद कोई व्यक्ति नरकगामी हो, इसके लिए श्रीमद् भागवत में श्रेष्ठ उपाय प्रायश्चित बताया है। सतगुरु सा माने प्रेम प्यालो पायो…, सांवली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया … भजनों में भावविभोर कर दिया। दुर्गेश सांखला, ओम प्रजापत, सीताराम प्रजापत, राधेश्याम प्रजापत, प्रेम बाई, दुर्गाबाई साहू, ओम दगदी, कैलाश झालानी, मुकुट बिहारी गोयल, गणपत दगदी, रुद्रदेव झंवर आदि ने आरती उतारी। शनिवार को तीन बजे बजे भगवान कृष्ण का प्राकट्य महोत्सव, नंद महोत्सव धूम धाम से सजीव झांकियों के साथ मनाया जाएगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो