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छह माह से न बैठक हुई न बनी नीति

locationब्यावरPublished: Jul 02, 2020 10:38:23 pm

Submitted by:

Bhagwat

स्ट्रीट वेंडिग कमेटी की छह माह से नहीं हुई बैठक, बेतरतीब पार्किग की बढ़ी समस्या, मनमर्जी से वाहन हो रहे पार्क, नए बन रहे व्यावसायिक भवनों में नहीं पार्किग की व्यवस्था, आने वाले दिनों में बढ़ेगा संकट

छह माह से न बैठक हुई न बनी नीति

छह माह से न बैठक हुई न बनी नीति

ब्यावर. शहर में यातायात व पार्किग की समस्या दिनोंदिन पटरी से उतर रही है। मुख्य बाजार में बेतरतीब पार्किग की समस्या दिनों बढ़ रही है। वाहन पार्क करने की जगह नहीं होने से लोग मनमर्जी से वाहन पार्क कर रहे है। इससे यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। पिछले छह माह से स्ट्रीट वेंडिग कमेटी की बैठक नहीं हो पाने से शहर में पिछले एक दशक से वेंडिग जोन का निर्धारण नहीं हो पा रहा है। नगर परिषद प्रशासन की अनदेखी के चलते शहर में बन रहे व्यावसायिक भवनों में पार्किग की सुविधा नहीं है। ऐसे में आने वाले समय में शहर में वाहनों की पार्किग की समस्या और विकट होगी। शहर के मुख्य बाजार सहित अन्य स्थानों पर कई बहुमंजिला व्यावसायिक भवन बन गए। इन व्यावसायिक भवनों में वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किग जोन नहीं है। कई भवनों में नक्शे में तो पार्किग जोन दर्शा रखा है। इनका व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है। इसके चलते शहरवासियों को बाजार में जाने पर मजबूर में सड़क पर अपने वाहन खड़े करने पड़ रहे है। इससे शहर की यातायात व्यवस्था दिनोंदिन बेपटरी हो रही है।
छह माह से नहीं हुई बैठक

शहर में पिछले छह माह से स्ट्रीट वेंडिग कमेटी की बैठक नहीं हुई है। इसके चलते शहर में वेंडिग जोन का निर्धारण ही नहीं हो पा रहा है। ऐसे में ठेला संचालक मनमर्जी से अपने ठेले खड़े कर रहे है। इससे बाजार में कई बार विवाद की स्थिति बनती है। जबकि नगर परिषद की ओर से ठेला संचालक को स्मार्ट कार्ड का वितरण किया जा चुका है। वेंडिग जोन का निर्धारण नहीं होने से समस्या बढ़ रही है। गौरतलब है कि नगर परिषद प्रशासन की ओर से करीब डेढ हजार स्मार्ट कार्ड बनाकर अधिकांश का वितरण किया जा चुका है।
नए बन रहे भवनों में नहीं पार्किग की व्यवस्था

शहर में मुख्य मार्गो पर व्यावसायिक भवनों का निर्माण हो रहा है। नगर परिषद प्रशासन की अनदेखी के कारण पार्किग जाने बन ही नहीं रहा है। बन भी रहा है तो इनमें वाहनों के आवाजाही का कोई रास्ता नहीं दिया जा रहा है। इससे आने वाले समय में इनका व्यावसायिक उपयोग होगा। पार्किग सड़क पर होगी। अब भी अधिकांश व्यावसायिक भवनों के बाहर दस से बीस फीट सड़क में वाहन पार्क किए जा रहे है।
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