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शहरवासी प्रतिदिन फैंकते है साठ टन कचरा

locationब्यावरPublished: Jan 19, 2022 02:56:17 pm

Submitted by:

Bhagwat

शहरवासी प्रतिदिन फैंकते है साठ टन कचरा, निस्तारण का नहीं विकल्पशहर के साठ वार्डो से प्रतिदिन साठ टन कचरा होता है संग्रहित, इस कचरे के निस्तारण का नहीं विकल्प, ट्रेचिंग गार्ड में आग लगाकर करते है नष्ट, आबो हव्वा को कर रहे दूषित, कचरा निस्तारण को लगा एमआरएफ सेंटर बंद, निस्तारण को लेकर नहीं कोई कार्ययोजना

शहरवासी प्रतिदिन फैंकते है साठ टन कचरा

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ब्यावर. शहर से साठ टन कचरा संग्रहित होता है। इसमें 11 टन पॉलीथिन कचरा शामिल होता है। इस कचरे को नगर परिषद के बीस ऑटो टीपर, ट्रेक्टर ट्रॉली एवं डंपर के जरिए डंपिग यार्ड में डाले जा रहे है। शहर में कुछ स्थानों पर खाली पड़ी जमीन पर भी यह कचरा डाला जा रहा है। इस कचरे के निस्तारण को लेकर कई दावे किए गए लेकिन प्रभावी निगरानी व इच्छाशक्ति के अभाव में हवा हवाई हो गए। प्रतिदिन आने वाली करीब 11 टन पॉलीथिन से प्रदूषित होने वाले वातावरण व आबोहव्वा को बचाने के लिए लाखों रुपए की लागत से एमआरएफ सेंटर शुरु किया गया। यह एमआरएफ सेंटर कुछ समय संचालित होने के बाद बंद हो गया। अब यह मशीनें धूल फांक रही है एवं आमजन पॉलीथिन के ढेर से प्रदूषित वातावरण को झेलने को मजबूर है। शहरवासी प्रतिदिन 11 टन पॉलीथिन एवं साठ टन का उपयोग कर बाहर फैक देते है। इस पॉलीथिन का निस्तारण नहीं होने से शहर में बने कचरा डिपो एवं डंपिग यार्ड में गंदगी फैला रहे है। इससे होने वाले प्रदूषण से आबोहव्वा भी दूषित हो रही है। इसके बावजूद इनके रोकथाम की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शहर की नालियां व नालों में भी एकत्र पॉलीथिन गंदगी को बढा रहे है। शहर में पॉलीथिन के उपयोग पर प्रतिबंध है। चार टन का निस्तारण, अब वों भी थमानगर परिषद की ओर से मटेरियल रिकवरी फेसेलिटी सेंटर (एमआरएफ यूनिट) की स्थापना की गई। इस यूनिट की प्रतिदिन चार टन कचरे का निस्तारण करने की क्षमता है। इसका संचालन कुछ समय तक तो किया गया। बाद में गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग नहीं होने से यह काम प्रभावित रहा। बाद में इसको वापस सुचारु करने का जतन किया गया। कुछ समय तक यह व्यवस्था चली। अब यह यूनिट करीब छह माह से अधिक समय से बंद पडी है। ऐसे में अब यह कचरा भी ट्रेचिग ग्राउड में ही डाला जा रहा है। इस यूनिट का संचालन बंद होने से शहर में कचरा वापस बढ़ गया है। जगह-जगह पॉलीथिन की थैलियों का ढेर लगा है।
इनका कहना है…
शहर से प्रतिदिन करीब साठ टन कचरा संग्रहित किया जा रहा है। इसमें से करीब 11 टन कचरा पॉलीथिन का होता है। इसके निस्तारण को लेकर एमआरएफ सेंटर को वापस शुरु करने को लेकर निजी एजेंसी से आज ही मिटिंग हुई है। इसको जल्द ही शुरु करने को लेकर सहमति दी है।
-चिराग गोयल, आयुक्त, नगर परिषद
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