के महाराजा व पूर्व सांसद इज्जराजसिंह का मानना है कि आशापुरा माता जी उनकी कुलदेवी है और पृथ्वीराज चौहान के वंशज है। पृथ्वीराज चौहान के इतिहास से युवा पीढ़ी को अवगत करवाने तथा उनके आदर्शो को जीवन में
ढालने की अपील की। मुख्य वक्ता विहिप के अन्तर्राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद पंराडे का मानना है कि इतिहास में हमसे भी भूल हुई। राजा महाराजाओं ने क्षैत्र तो जीत लिए लेकिन जिन्हें मुस्लिम बनाया गया उन्हें हिन्दू धर्म में लाने के गंभीरता से प्रयास नहीं हुए। सम्राट पृथ्वीराज चौहान महान योद्धा थे। उन्होंने मौहम्मद गौरी को युद्ध में 16 बार हराया और माफ किया लेकिन गौरी ने एक बार भी ऐसा नहीं किया। शब्दबाण चलाने का संसार में दो ही लोगों को अनुभव था। एक राजा
ढालने की अपील की। मुख्य वक्ता विहिप के अन्तर्राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद पंराडे का मानना है कि इतिहास में हमसे भी भूल हुई। राजा महाराजाओं ने क्षैत्र तो जीत लिए लेकिन जिन्हें मुस्लिम बनाया गया उन्हें हिन्दू धर्म में लाने के गंभीरता से प्रयास नहीं हुए। सम्राट पृथ्वीराज चौहान महान योद्धा थे। उन्होंने मौहम्मद गौरी को युद्ध में 16 बार हराया और माफ किया लेकिन गौरी ने एक बार भी ऐसा नहीं किया। शब्दबाण चलाने का संसार में दो ही लोगों को अनुभव था। एक राजा
दशरथ एवं दूसरा पृथ्वीराज चौहान थे। विहिप के केन्द्रीय मंत्री उमाशंकर ने बताया कि एकजुटता के साथ अपनी संस्कृति को बचाने के लिए सभी को आगे आना चाहिए। इससे पूर्व इन्दरसिंह बागावास ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान का इतिहास गौरवशाली है। जिससे युवा पीढ़ी को रुबरु करवाना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने अतिथियों
व आयोजन को सफल बनाने वाले सभी कार्यकताओं का आभार व्यक्त किया है। इस मौके पर सुरेश वैष्णव, नितेश गोयल, सतवीर लगतखेड़ा, फौजी सुरेशसिंह, मंच संचालक पृथ्वीसिंह भोजपुरा ने अतिथियों का माला पहनाकर व साफा बंधवाकर स्वागत किया।
व आयोजन को सफल बनाने वाले सभी कार्यकताओं का आभार व्यक्त किया है। इस मौके पर सुरेश वैष्णव, नितेश गोयल, सतवीर लगतखेड़ा, फौजी सुरेशसिंह, मंच संचालक पृथ्वीसिंह भोजपुरा ने अतिथियों का माला पहनाकर व साफा बंधवाकर स्वागत किया।
केसरिया साफों से अनूठा हुआ नजारा...
आम सभा में रावत राजपूत सरदार, जनप्रतिनिधि तथा युवा अपने सिर पर केसरिया साफा पहने नजर आए। पांडाल में केसरिया साफा पहने लोग नजर आए। इससे पहले अलग-अलग समूह में केसरिया साफा पहने व माता का ध्वज लिए नाचते गाते आम सभा में पहुंचे।
आम सभा में रावत राजपूत सरदार, जनप्रतिनिधि तथा युवा अपने सिर पर केसरिया साफा पहने नजर आए। पांडाल में केसरिया साफा पहने लोग नजर आए। इससे पहले अलग-अलग समूह में केसरिया साफा पहने व माता का ध्वज लिए नाचते गाते आम सभा में पहुंचे।
एक माह से चल रही थी तैयारियां
इस आयोजन की सफलता के लिए जिस संयोजक इन्दरसिंह बागावास, सतवीर लगतखेड़ा, पृथ्वीसिंह, सुरेश वैष्णव, सुरेशसिंह श्यामगढ एक माह से गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जनसम्पर्क किया एवं विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।
इस आयोजन की सफलता के लिए जिस संयोजक इन्दरसिंह बागावास, सतवीर लगतखेड़ा, पृथ्वीसिंह, सुरेश वैष्णव, सुरेशसिंह श्यामगढ एक माह से गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जनसम्पर्क किया एवं विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।