चार टन का निस्तारण, अब वो भी थमा
एक नजर में आंकड़े 60 टन कचरा प्रतिदिन होता है संग्रहित 11 टन कचरा होता है पॉलीथिन का 445 कर्मचारी लगे हैं निस्तारण में
एक नजर में आंकड़े 60 टन कचरा प्रतिदिन होता है संग्रहित 11 टन कचरा होता है पॉलीथिन का 445 कर्मचारी लगे हैं निस्तारण में
23 ऑटो टिपर से होता कचरा संग्रहण 22 अस्थाई कचरा डिपो से डंपिंग यार्ड में ले जाते हैं कचरा 03 ट्रेक्टर-ट्रॉली, एक डम्पर, दो जेसीबी आती हैं काम 1.45 लाख रुपए एक माह में जुर्माना
480 किलो पॉलीथिन जब्त
यह करना होगा सुधार घर से थैला लेकर निकलें दूध वाले से थैली में दूध न लें पॉलीथिन का उपयोग न करें और न करने दें चाय के लिए कुल्हड का हो उपयोग
यह करना होगा सुधार घर से थैला लेकर निकलें दूध वाले से थैली में दूध न लें पॉलीथिन का उपयोग न करें और न करने दें चाय के लिए कुल्हड का हो उपयोग
कागज प्लास्टिक की जगह स्टील के गिलास का हो उपयोग
नगर परिषद द्वारा स्थापित मेटेरियल रिकवरी फेसेलिटी सेंटर (एमआरएफ यूनिट) यूनिट की प्रतिदिन चार टन कचरा निस्तारण की क्षमता है। इसका संचालन कुछ समय तक तो किया गया।इसके बाद से ही यह यूनिट बंद पड़ी है। ऐसे में अब यह कचरा भी ट्रेंचिंग ग्राउड में ही डाला जा रहा है।
नगर परिषद द्वारा स्थापित मेटेरियल रिकवरी फेसेलिटी सेंटर (एमआरएफ यूनिट) यूनिट की प्रतिदिन चार टन कचरा निस्तारण की क्षमता है। इसका संचालन कुछ समय तक तो किया गया।इसके बाद से ही यह यूनिट बंद पड़ी है। ऐसे में अब यह कचरा भी ट्रेंचिंग ग्राउड में ही डाला जा रहा है।