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कई तालाब छलकने को बेताब

मानसून की मेहरबानी, छोटे तालाब व नाडिय़ों की चादर चली

ब्यावरJul 29, 2019 / 06:18 pm

tarun kashyap

कई तालाब छलकने को बेताब


पत्रिका न्यूज नेटवर्क
जवाजा/ब्यावर. मानसून की मेहरबानी से क्षेत्र के तालाबों में पानी की आवक अच्छी हुई है। कुछ तालाबों में सोमवार सुबह तक पानी की आवक जारी रही। ऐसे में इस बार कई तालाब छलक सकते हैं। जबकि क्षेत्र के छोटे तालाब व नाडिय़ों की चादर चल गई है। तालाबों में पानी की आवक होने से काश्तकारों के चेहरे पर मुस्कान है। रबी की फसल के साथ ही काश्तकारों को खरीफ की फसल की उपज मिलने की आशा भी जगी है। क्षेत्र के जवाजा, राजियावास, बलाड, मकरेडा सहित अन्य तालाबों में पानी की अच्छी आवक हुई है। तालाबों में पानी की आवक जारी होने से जलस्तर और बढ़ेगा। दो माह में 496 मिमी बरसात दर्ज की गई। तालाबों व नाडिय़ों की चादर चल गई। नीलकंठ महादेव तीर्थ स्थल पर रपट लबे समय बाद चली है। इससे यहां पर घूमने जाने वालों की संया बढ़ गई है। सावन माह में होने वाले विविध आयोजन के चलते यहां पर श्रद्धालुओं की खासी संया रहती है। रपट चलने से प्राकृतिक छटा और निखर गई है।
फूलसागर में पानी की आवक धीमी
सालों से फूलसागर जालिया तालाब के गेज तक पानी नहीं पहुंच सका है। क्षेत्र में जनवरी से अब तक 526 मिमी एवं जून से अब तक 496 मिमी बरसात हो चुकी है। क्षेत्र के जवाजा, राजियावास, बलाड़, मकरेड़ा सहित अन्य तालाबों में पानी की अच्छी आवक हुई है। फूलसागर जालिया तालाब के आव क्षेत्र में अवरोध होने के कारण पानी नहीं पहुंच पा रहा है। यही कारण है कि करीब दो माह में 496 मिमी बरसात होने के बावजूद अब तक गेज तक पानी नहीं पहुंच सका है। देवाता फीडर का काम चल रहा है। यह काम पूरा होने के बाद फूलसागर में पानी की आवक पूरी होने का सपना था। फीडर के काम में कुछ स्थानों पर अब भी व्यवधान है। ऐसे में फूलसागर के गेज तक पानी आने में समय लग सकता है।
मकरेड़ा छलकने के करीब
मकरेड़ा तालाब की चादर इस बार चलने के आसार हंै। क्षेत्र में एक बार और बरसात हो जाती है तो मकरेड़ा तालाब की चादर चल जाएगी। मकरेड़ा तालाब की भराव क्षमता बारह फीट की है। सोमवार सुबह आठ बजे तक दस फीट से अधिक पानी की आवक हो गई। जबकि तालाब में पानी की आवक जारी थी। ऐसे में एक बार और बरसात हो जाती है तो मकरेड़ा तालाब की चादर चल जाएगी।
गोविंदगढ़ बांध में १३ साल बाद पहुंचा पानी
इस साल की बरसात के बाद अजमेर जिले के गोविंदगढ़ बांध में भी इस बार पानी की आवक हुईहैं। हालांकि यह बहुत कम है। बताया जा रहा है कि वर्ष2006 में तालाब में पानी आया था।इस वर्ष हुई बरसात से यहां 13 साल बाद पानी की आवक हुई हैं। करीबन 2.35 मीटर फुलगेज की क्षमता रखने वाले इस तालाब में अभी तक .३० सेंटीमीटर पानी देखने को मिला है। अगर लगातार बरसात रहेगी तो इस तालाब में भी पानी का आंकड़ा बढ़ सकता है।

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