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संस्कारित बच्चे ही समाज व देश की नींव

locationब्यावरPublished: May 30, 2018 08:33:04 pm

Submitted by:

tarun kashyap

गृहमंत्री, समाज कल्याण व खादी ग्रामोद्योग चैयरमेन ने की शिरकत,श्रीजयमल जैन संस्कार शिविर का समापन

श्रीजयमल जैन संस्कार शिविर का समापन

श्रीजयमल जैन संस्कार शिविर का समापन

ब्यावर. संस्कारित बच्चे ही समाज व देश की नींव है। संस्कार परिवार से ही मिलते हैं। संस्कार पत्थर को तराशने जैसा नहीं है कि जैसे चाहें तराशकर मनचाही मूर्ति बना ली जाए और वैसे मनचाहे संस्कार हर किसी में मिल जाएं। संस्कारवान बनाने में परिवार के साथ ऐसे ही शिविरों का बड़ा महत्व है। बिना संस्कारों के किसी भी सय समाज की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। जैसे संस्कार हम अपने बच्चों को देंगे वैसे ही नई पीढ़ी तैयार होगी। इसके लिए जरुरी है कि ऐसे संस्कार व आध्यात्म शिविरों का आयोजन हो। यह कहना है कि गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया का। कटारिया मंगलवार को उदयपुर रोड स्थित आशापुरा माता मंदिर प्रांगण में चल रहे ७५ वें श्रीजयमल जैन संस्कार व आध्यात्म शिविर के समापन कार्यक्रम में मुय अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे शिविर देश व समाज को नई दिशा दे रहे हैं। इन शिविरों से नईपीढ़ी नए संस्कारों में ढल रही है। लगातार ७५ सालों से ऐसे शिविर चलाना आसान नहीं है। किसी अन्य शिविर में अपने मासूमों को भेजने में अभिभावक हिचकिचाते हैं लेकिन ऐसे शिविरों के बारे में सभी को पता हैकि बच्चा जाएगा तो निखरकर आएगा। इसी कारण आज की परिपाटी में ऐसे शिविरों की महत्ता अधिक है। उन्होंने कहा कि वह भी ऐसे ही शिविरों व आरएसएस के शिविर में जाकर निखरे हैं। संघ के शिविर में भी इसी प्रकार समाज व देश के विकास की सीख दी जाती है। संतों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा वह राजनेता से पहले एक श्रावक हैं।
समाज में नए युग की शुरुआत होगी…
समाज कल्याण मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा भ्रूण हत्या बढऩे का कारण लोगों में संस्कारों का हास होना है। लेकिन ऐसे संस्कार शिविर में भाग लेने से ऐसी घटनाओं पर अब अंकुश लग रहा है। संस्कारित शिविरों से निकले बच्चे नई नीति व नए युग के साथ सय समाज में प्रवेश करते हैं। ऐसे संतों के सानिध्य में संस्कारित शिविर देश में शांति का संदेश देते हैं।
धर्म पालना की सीख देते हैं…
खादी ग्रामोद्योग विभाग के चैयरमेन जसवंतसिंह विश्नोई ने कहा कि बड़ा वह हैजिसमें संस्कारों, धर्म की पालना व संतों का सत्कार करने की सीख होती है। केवल पद या पैसे से बड़ा होना कोई मायने नहीं रखता। जिसमें संस्कार नहीं वह परिवार परिवार नहीं माना जा सकता।
समाज को बांटना देश को बांटना है…
विश्व हिन्दू परिषद के महामंत्री व संघ प्रचारक उमाशंकर भाई साहब ने कहा कि हिन्दू बटेगा तो देश बटेगा। किसी समाज को बांटना उस देश के विकास में घातक है। विधायक शंकरसिंह रावत ने कहा कि देश व समाज के विकास के लिए सभी को एक जुट होने के साथ ही ऐसे संस्कार व अध्यात्म शिविर का आयोजन करते रहना चाहिए जिससे नई पीढ़ी को एक दिशा मिल सके। इस मौके पर शिविर में नगर परिषद सभापति बबीता चौहान, मंडल अध्यक्ष जयकिशन बल्दुआ, दिनेश कटारिया सहित जैन समाज के कई लोग मौजूद थे।
कांग्रेस मंच पर आकर बात करे…
केन्द्र सरकार के चार साल पूरे होने पर पत्रकारों से बात करते हुए कटारिया ने कहा कि कांग्रेस के पास बोलने के लिए कुछ नहीं है। साठ साल तक कांग्रेस ने देश पर राज किया। लेकिन देश व राज्यों के विकास के लिए कुछ नहीं किया। भाजपा नेे केवल दस साल अब तक राज किया है। इन सालों में देश में जो विकास व बदलाव हुआ है उसका गवाह आमजन है। कांग्रेस को यदि कुछ बोलना है तो जनता के सामने मंच पर आकर बोले। कांग्रेस ने देश के लिए कुछ नहीं किया। अब केन्द्र सरकार कर रही है तो उसमें बुराइयां तलाशकर कांग्रेस राजनीति कर रही है यह अच्छी बात नहीं है।

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