इस हालत में कैसे मनेगी दीपावली
ब्यावरPublished: Nov 03, 2018 03:11:13 pm
अधिकांश फव्वारे पड़े है बंद, दीपोत्सव नजदीक , फिर भी नहीं किए दुरुस्त
अधिकांश फव्वारे पड़े है बंद, दीपोत्सव नजदीक , फिर भी नहीं किए दुरुस्त
ब्यावर. दीपोत्सव की तैयारियां चल रही है। घर अंगना की साफ सफाई व सजावट का काम घर-घर चल रहा है। दीपोत्सव का आगाज होने वाला है। शहर के अधिकांश सर्किल बदहाल हो रखे है। किसी की रेलिग टूटी हुई है तो किसी की लाइटें खराब पड़ी है। अधिकांश फव्वारें लबे समय से बंद पड़े है। इनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है। हालात यह हैकि इन फव्वारों व सर्किलों की समय पर सफाई भी नहीं हो पा रही है। जबकि शहर की सुंदरता में चार चांद लगाने के लिए इनका निर्माण कराया गया था। शहर के चांगगेट अंदर व बाहर, अस्पताल मार्ग तिराहा, अग्रसेन सर्किल, स्टेशन रोड स्थित सर्किल सहित अन्य सर्किलों की समय पर सार संभाल ही नहीं की जा रही है। इनमें से अधिकांश सर्किलों के फव्वारे लबे समय से बंद पड़े है। जबकि दीपावली के मध्य नजर शहर सहित अन्य इमारतों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जा रहा है। ऐसे में तीन दिन चलने वाले दीपोत्सव के दौरान यह बदहाल नजर आएंगे। जबकि दीपोत्सव पर सर्किलों पर की साफ सफाई व फव्वारों को दुरुस्त कर दिया जाता है। इस बार अब तक सर्किलों की सुध नही ली है। अधिकांश सर्किल बदहाल ही पड़े है।
रेलिग तक नहीं करवा सके दुरुस्त
चांगगेट स्थित गांधी सर्किल की रेलिंग लबे समय से टूटी हुई है। इस रेलिंग को वापस दुरुस्त नहीं कराया जा सका है। इसके आस-पास लोग पौधों की संया भी दिनोंदिन कम हो गई है। जबकि चांगगेट स्थित गांधी सर्किल पर ही अधिकांश संगठनों की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
रंग-बिरंगी रोशनी बिखेरता है फव्वारा
चांगगेट के अंदर स्थित सर्किल का फव्वारा लोगों की आकर्षण का केन्द्र है। यह फव्वारा चलते समय रंग-बिरंगी रोशनी बिखरेता है। रंग-बिरंगा चलता फव्वारों लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहता है। इसकी भी समुचित देखभाल नहीं हो पा रही है। यहां पर लगे पौधे भी देखभाल के अभाव में कम हो गए है।