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बिजली के तारों के जंजाल से मिलेगी निजात

locationब्यावरPublished: May 19, 2018 01:45:08 pm

Submitted by:

tarun kashyap

पत्रिका इंडेप्थ स्टोरी : छावनी जीएसएस जुड़ेगा अंडरग्राउंड केबल से पांच करोड़ की आएगी लागत

बिजली के तारों के जंजाल से मिलेगी निजात

बिजली के तारों के जंजाल से मिलेगी निजात


ब्यावर. शहर में लुहार बस्ती में बन रहा नया जीएसएस को अंडर ग्राउंड केबल से जोड़ा जाएगा। करीब पांच करोड़ की लागत से करीब ढाई किलोमीटर केबल डाली जाएगी। अंडर ग्राउंड केबल डाले जाने से तारों के जंजाल से मुक्ति मिलेगी। नए जीएसएस बनने के बाद शहर में फीडर की संया आठ से बढ़कर 21 हो जाएगी। इससे उपभोक्ताओं को अधिक सुविधा मिल सकेगी। कॉलेज रोड पर लुहार बस्ती के पास बन रहे 33केवी जीएसएस का निर्माण शुरु हो गया है। यह शहर का पहला जीएसएस होगा, जो अंडर ग्राउंड केबल से जुड़ेगा। करीब पांच करोड की लागत से छावनी से लुहार बस्ती जीएसएस तक अंडर ग्राउंड केबल डाली जाएगी। छावनी से भगत चौराहा, रेल पुलिस चौकी, कॉलेज रोड होते हुए लुहार बस्ती तक केबल डालने से टूटने वाली सड़क के लिए विद्युत निगम ने सार्वजनिक निर्माण विभाग को 13 लाख 6 3 लाख 492 रुपए जमा करवाएं है। केबल डालने का काम जल्द ही शुरु होगा। गौरतलब हैकि सतपुलिया विस्तारीकरण के तहत भी सतपुलिया से आगे अंडर ग्राउंड केबल डालने की मांग उठी। बजट नहीं मिलने से यह मांग पूरी नहीं हो सकी।
यह आएगी लागत
छावनी पावर हाउस से कॉलेज रोड लुहार बस्ती तक अंडर ग्राउंड केबल डालने पर करीब पांच करोड का खर्च आएगा। इसमें दो करोड रुपए अंडर ग्राउंडकेबल पर, एक करोड बीस लाख जीएसएस निर्माण पर, साढे चार हजार करोड नए फीडर निकालने एवं एक करोड रुपए लुहार बस्ती से निकलने वाले नए फीडर पर लागत आएगी।
बढ़ जाएंगे फीडर
नए जीएसस के निर्माण से शहर में फीडर बढ़ जाएंगे। लुहार बस्ती में बनने वाले नए जीएसएस से चार फीडर निकालें जाएंगे। जबकि छावनी से छह फीडर से बढ़कर 12 फीडर एवं सीएसडी द्वितीय के दो से बढ़कर पांच फीडर हो जाएंगे।
कम होगा दबाव, उपाोक्ता को मिलेगा लाभ
नए फीडर बनने से एक फीडर पर जहां हाल में चार हजार के करीब उपभोक्ताओं का दबाव है। इनकी संया घटकर एक हजार से डेढ हजार तक रह जाएगी। ऐसे में शटडाउन लेने या ट्रिेपिंग आने की स्थिति में कम उपभोक्ताओं को परेशानी होगी। जहां पहले करीब चार हजार उपभोक्ता प्रभावित होते थे वहीं नई व्यवस्था शुरु होने के बाद एक से डेढ हजार उपभोक्ता इससे प्रभावित होंगे। ट्रिपिंग ढूढऩे में भी कम समय लगने से जल्द ही तकनीकी खामी को दुरुस्त किया जा सकेगा।
इनका कहना है…
लुहार बस्ती में बनने वाला 33 केवी जीएसएस छावनी से अंडर ग्राउंड केबल से जुड़ेगा। इस पर पांच करोड की लागत आएगी। इससे प्रत्येक फीडर पर उपभोक्ताओं का दबाव कम हो जाएगा। इससे उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
-दिनेशसिंह, अधिशाषी अभियंता, विद्युत वितरण निगम
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