इसलिए बने ऐसे हालात
अस्पताल में मार्च माह की शुरूआत में दो रेडियोलॉजिस्टथे, लेकिन एक रेडियोलॉजिस्ट डॉ. राजकुमार सैन का स्थानान्तरण हो गया और इसके बाद कोई नियुक्ति नहीं हुई।दो रेडियोलॉजिस्ट थे तो ज्यादा से ज्यादा एक दिन के अन्तराल पर सोनोग्राफी हो जाती थी। लेकिन तबादले के बाद पटरी से उतरी व्यवस्थाएं अब पटरी पर नहीं आ पा रही है।
विकट होंगे आगे हालात
जानकारों का कहना है कि रोजाना जितने मरीज आते है, उनमें से आधे ही लोगों की सोनोग्राफी हो पा रही है। बीते पच्चीस दिन से बिगड़ी व्यवस्थाओं के कारण बीस दिन बाद की तिथि दी जा रही है। ऐसे ही हालात रहे तो आने वाले दिनों में यह अन्तराल एक माह से ज्यादा बढ़ जाएगा।
अस्पताल में मार्च माह की शुरूआत में दो रेडियोलॉजिस्टथे, लेकिन एक रेडियोलॉजिस्ट डॉ. राजकुमार सैन का स्थानान्तरण हो गया और इसके बाद कोई नियुक्ति नहीं हुई।दो रेडियोलॉजिस्ट थे तो ज्यादा से ज्यादा एक दिन के अन्तराल पर सोनोग्राफी हो जाती थी। लेकिन तबादले के बाद पटरी से उतरी व्यवस्थाएं अब पटरी पर नहीं आ पा रही है।
विकट होंगे आगे हालात
जानकारों का कहना है कि रोजाना जितने मरीज आते है, उनमें से आधे ही लोगों की सोनोग्राफी हो पा रही है। बीते पच्चीस दिन से बिगड़ी व्यवस्थाओं के कारण बीस दिन बाद की तिथि दी जा रही है। ऐसे ही हालात रहे तो आने वाले दिनों में यह अन्तराल एक माह से ज्यादा बढ़ जाएगा।