टीम में शामिल मातृ स्वास्थ्य के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. गिरीश द्विवेदी व यूनिसेफ के डॉ. क्षितिज गौरान गुरुवार दोपहर को अमृतकौर चिकित्सालय पहुंचे। यहां प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. आलोक श्रीवास्तव व हेल्थ मैनेजर सिद्धार्थ जोशी से मुलाकात की। बाद में दिनभर मदर चाइल्ड विंग के लेबर रूम, ओपीडी, पीडियोट्रिक वार्ड, गायनिक वार्ड आदि का निरीक्षण किया और सुधार के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। यहां भर्ती मरीजों व स्टाफ से भी विभिन्न जानकारी ली। टीम ने कर्मचारियों को रिकार्ड संधारण में रही कमियों को दूर करने के निर्देश दिए।
टीम शुक्रवार को पुराने मुख्य भवन का जायजा लेगी। गौरतलब है कि पहली बार चार साल पहले हुए निरीक्षण में ब्यावर अमृतकौर चिकित्सालय ने तीसरा, दूसरे, तीसरे साल भी तीसरा व चौथे साल दूसरा स्थान प्राप्त किया। दूसरे स्थान पर रहने पर अस्पताल को केन्द्र सरकार की ओर से बीस लाख रुपए की राशि प्रोत्साहन स्वरूप मिली थी।