इसलिए नहीं हो सकी इसकी खरीद
ब्यावर. किसानों को चना व सरसों की उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए समर्थन मूल्य पर शुरूकी गई खरीद केन्द्र पर दो किसान शुक्रवार को अपनी उपज लेकर पहुंचे लेकिन दोनों के नमूने गुणवत्ता की कसौटी पर खरे नहीं उतरे।ऐसे में खरीद नहीं की जा सकी।
कृषि उपज मंडी के प्लेटफार्म संया 1 पर खरीद शुरूकी गई, जहां केन्द्र पर चने की खरीद 4600रुपए प्रति क्विंटल और 4200रुपए प्रति क्विंटल में सरसों की खरीद होनी थी। नृसिंहपुरा से चार क्विटल सरसों व शिवनाथपुरा से ढाई क्विंटल चना लेकर दो किसान पहुंचे। तुलाई से पहले काश्तकार की उपज की गुणवत्ता जांच हुई। इसके लिए मुयालय की ओर से गठित गुणवत्ता कमेटी में खरीद प्रभारी, कृषि उपज मंडी कर्मचारी, कृषि विभाग पर्यवेक्षक व सहकारी विभाग निरीक्षक को शामिल किया गया। जांच के बाद उपज को गुणवत्ता की कसोटी पर खरा नहीं माना। ऐसे में खरीद नहीं हो सकी।
हर बार यहां पर आस पास सहित जिले के विभिन्न जगहों से किसान अपनी उपज को समर्थन मूल्य पर बेच सकते थे।लेकिन इस बार तहसील स्तर ही खरीद शुरूकी गई और तहसील क्षेत्रके ही लोग पंजीयन करा सकते थे।इस क्षेत्रमें पथरीली भूमि होने के कारण चना व सरसों की उपज कम ही होती है।ऐसे में उपज बेचने के लिए पंजीयन प्रक्रिया शुरूतो 13 अप्रेल से की गई लेकिन इसमें आठ ही किसान ने अपनी उपज का पंजीयन कराया।छह जनों को तिथि जारी की गई। खरीद प्रभारी हेमराज बलाई ने बताया कि खरीद केन्द्र पर इस बार सीसीटीवी लगाने के साथ ही विडियो ग्राफी की व्यवस्था की गई है।