यू हुआ था खुलासा
मेवाड़ी गेट स्थित जामिया दारूल उलूम मदरसे से एक अगस्त की रात्रि को हरियाणा निवासी तीन बच्चे बिना बताए निकल गए। पुलिस गश्त के दौरान ये बच्चे बैग लेकर जाते हुए मिले। बच्चे छोटे होने से पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने मदरसे से निकलकर घर जाने की जानकारी दी। पुलिस इन बच्चों को थाने ले गई। एक बच्चा तो वापस मदरसे चला गया लेकिन दो बच्चों ने मदरसे जाने से मना कर दिया। मामले की जानकारी मिलने पर तत्कालीन पुलिस उपअधीक्षक सी.एस.सोढा भी सदर थाने पहुंचे। बच्चों से मदरसे से निकलने के बारे में जानकारी ली। उन्होंने इस मामले में मदरसे के संचालक से भी पूछताछ की। पुलिस ने अजमेर से चाइल्ड लाइन की टीम को बुलवाया। दोनों बच्चों को चाइल्ड लाइन टीम के सुपुर्द कर दिए। पुलिस ने इस मामले की जानकारी बच्चों के परिजनों को दी। लेकिन पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी गई।
मेवाड़ी गेट स्थित जामिया दारूल उलूम मदरसे से एक अगस्त की रात्रि को हरियाणा निवासी तीन बच्चे बिना बताए निकल गए। पुलिस गश्त के दौरान ये बच्चे बैग लेकर जाते हुए मिले। बच्चे छोटे होने से पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने मदरसे से निकलकर घर जाने की जानकारी दी। पुलिस इन बच्चों को थाने ले गई। एक बच्चा तो वापस मदरसे चला गया लेकिन दो बच्चों ने मदरसे जाने से मना कर दिया। मामले की जानकारी मिलने पर तत्कालीन पुलिस उपअधीक्षक सी.एस.सोढा भी सदर थाने पहुंचे। बच्चों से मदरसे से निकलने के बारे में जानकारी ली। उन्होंने इस मामले में मदरसे के संचालक से भी पूछताछ की। पुलिस ने अजमेर से चाइल्ड लाइन की टीम को बुलवाया। दोनों बच्चों को चाइल्ड लाइन टीम के सुपुर्द कर दिए। पुलिस ने इस मामले की जानकारी बच्चों के परिजनों को दी। लेकिन पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी गई।
एसडीएम ने भेजी थी जांच रिपोर्ट
बाद में इस मामले में बच्चों से की गई पूछताछ के आधार पर चाइल्ड लाइन ने जिला प्रशासन को शिकायत दी। इसमें बच्चों की ओर से मौलवी पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। शिकायत मिलने पर तत्कालीन जिला कलक्टर ने एसडीएम को जांच के आदेश दिए। उपखंडअधिकारी ने जांच रिपोर्ट जिला कलक्टर को भेज दी।
बाद में इस मामले में बच्चों से की गई पूछताछ के आधार पर चाइल्ड लाइन ने जिला प्रशासन को शिकायत दी। इसमें बच्चों की ओर से मौलवी पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। शिकायत मिलने पर तत्कालीन जिला कलक्टर ने एसडीएम को जांच के आदेश दिए। उपखंडअधिकारी ने जांच रिपोर्ट जिला कलक्टर को भेज दी।