बसों में नहीं है सुरक्षा के उपकरण
ब्यावरPublished: May 13, 2019 07:33:52 pm
ब्यावार आगार की 32 बसों में नहीं यंत्र, यात्री असुरक्षित
बसों में नहीं है सुरक्षा के उपकरण
ब्यावर. ब्यावर आगार की समस्त बसों में अग्निशमन यंत्रों का अभाव है। ऐसे में कभी छोटी चिंगारी भी विकराल रूप धारण कर यात्रियों की जान सांसत में डाल सकती है। अग्निशमन यंत्र लगाने के निर्देशों के बावजूद रोडवेज अधिकारी बेखबर है। चौकाने वाली बात यह है कि ब्यावर आगार के बेड़े में शामिल 32 बसों में से एक भी बस में अग्निशमन यंत्र नहीं लगे हुए है। जहां सभी बसे बिना यंत्रों के ही विभिन्न मार्गो पर दौड़ रही हैं। ब्यावर आगार के बेडे में 32 बसे संचालित हो रही है। 26 बड़ी एवं 16 छोटी बसे शामिल है। इनमें से सभी बसें प्रदेश के विभिन्न मार्गो पर संचालित होती हैं। इनमें कई ग्रामीण बसें भी शामिल हैं। रोक के बावजूद कुछ यात्री बस में ज्वलनशील पदार्थ चोरी-छिपे बसों में लाते-जाते भी है। वहीं कुछ लोग धूम्रपान करने से भी नहीं चूकते है। ऐसे में छोटी चिंगारी भी यात्रियों को भारी नुकसान पहुंचा सकती है। सुरक्षित यात्रा के दावों के बावजूद यात्री असुरक्षित हैं। जबकि अनुबंध पर 45 बसें संचालित हो रही है।
यह बताया कारण
आगार के अधिकारियों ने बताया कि बसों में अग्निशमन यंत्र लगाने के लिए मुयालय मांग पत्र भेजा हुआ है। फिलहाल किसी भी बस में अग्निशमन यंत्र नहीं लगे है। मुयालय से अनुमति मिलने का इंतजार है। हालांकि पूर्व में लगे अग्निशमन यंत्र भी छेड़छाड के कारण खराब हो गए। इन्हीं कारणों से बसों से अग्निशमन यंत्रों को हटा दिया गया है।
प्रतिदिन ३० हजार किमी
ब्यावर आगार की बसें प्रतिदिन ३० से ३२ हजार किलोमीटर का सफर तय करती हैं। इसमें विभिन्न मार्गो के शिड्यूल शामिल हैं। आगार में लगे चालक-परिचालकों को आग से निपटने का कोई विशेष प्रशिक्षण भी नहीं दिया जाता है। जबकि लाइसेंस बनाने के साथ ही चालक व परिचालकों को आग बुझाने का प्रशिक्षण दिया जाना आवश्यक है।