scriptप्रतिबंधित पॉलिथीन का खुले आम हो रहा उपयोग | restricted polythene is being used in market | Patrika News

प्रतिबंधित पॉलिथीन का खुले आम हो रहा उपयोग

locationब्यावरPublished: May 11, 2019 06:57:19 pm

Submitted by:

tarun kashyap

नगरपरिषद की कार्रवाई नाकाफी, मवेशियों के लिए संकट, नालियों में जमा होने से हो रही गंदे पानी की निकासी अवरूद्ध

 नगरपरिषद की कार्रवाई नाकाफी, मवेशियों के लिए संकट, नालियों में जमा होने से हो रही गंदे पानी की निकासी अवरूद्ध

प्रतिबंधित पॉलिथीन का खुले आम हो रहा उपयोग

ब्यावर. प्रतिबंधित पॉलीथिन का बाजारों में बेरोकटोक उपयोग किया जा रहा है। सब्जी मंडी, किराना दुकान, फल ठेलों व फुटपाथ पर खुले में पॉलीथिन का उपयोग किया जा रहा है। ऐसा भी नहीं है कि नगरपरिषद की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती लेकिन यह कार्रवाई केवल लक्ष्य पूर्ति तक ही सीमित रहती है। यही कारण है कि प्रभावी कार्रवाई के अभाव में इस पर अंकुश नहीं लग पा रहा। इस प्रकार प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग होने से न केवल पर्यावरण प्रदूषण हो रहा है बल्कि इसके खाने से मवेशियों का जीवन संकट में पड़ रहा है। जगह जगह लगे कचरे के ढ़ेर पर मुंह मारते मवेशियों के नजारे भी आम है। वहीं दूसरी ओर से लोगों की ओर से उपयोग कर फैंक देने से नालियां पॉलीथिन के कचरे से अटी पड़ी हैं। वार्ड-मोहल्लों व गलियों में लगने वाले कचरे के ढेर में अधिकतर पॉलीथिन ही जमा हो रही है। ऐसे में गंदे पानी की निकासी भी अवरूद्ध हो रही है। जानकार लोगों ने बताया कि अकेले ब्यावर शहर में ही रोज कम से कम पचास किलो पॉलीथिन का उपयोग हो रहा है।
पत्रिका ने की थी शुरूआत
वर्ष २०१० में राजस्थान पत्रिका ने पॉलीथिन के खिलाफ अभियान की शुरूआत की। इस मुहिम के बाद प्रदेश में पॉलीथिन पर बैन लगा।इस दौरान पत्रिका व उपखंडप्रशासन के साझा प्रयासों से पॉलीथिन के उपयोग पर अंकुश लगा, लेकिन अब नगरपरिषद व उपखंडप्रशासन इसको लेकर गभीर नहीं है। यही कारण है कि आज शहर में जगह जगह प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग देखा जा सकता है।
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