बालिका की बिगड़ी तबीयत
मंगलवार को दोपहर एक बजे आने वाली बस को रोक लिया गया और ऐसे में बढ़ी यात्रियों की संया से न केवल खचाखच भर गई बल्कि दरवाजे तक लोग लटके रहे।ऐसे में बीच में एक बालिका की तबीयत भी बिगड़ गई।जिसे बस को रोक कर टोल प्लाजा से एबूलेंस में अस्पताल पहुंचाया गया। जहां बालिका का प्राथमिक उपचार किया गया।
मंगलवार को दोपहर एक बजे आने वाली बस को रोक लिया गया और ऐसे में बढ़ी यात्रियों की संया से न केवल खचाखच भर गई बल्कि दरवाजे तक लोग लटके रहे।ऐसे में बीच में एक बालिका की तबीयत भी बिगड़ गई।जिसे बस को रोक कर टोल प्लाजा से एबूलेंस में अस्पताल पहुंचाया गया। जहां बालिका का प्राथमिक उपचार किया गया।
आए दिन के ऐसे हालात
यात्रियों का कहना रहा कि कभी चालक परिचालक नहीं होने तो कभी बस के खराब होने का कारण बता कर ऐसे ही आए दिन बस को रोक दिया जाता है और चक्कर कम कर दिए जाते है। ऐसे में यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ती है। यात्रियों का कहना रहा कि रोडवेज प्रबन्धन को पुता व्यवस्थाएं करनी चाहिए।
यात्रियों का कहना रहा कि कभी चालक परिचालक नहीं होने तो कभी बस के खराब होने का कारण बता कर ऐसे ही आए दिन बस को रोक दिया जाता है और चक्कर कम कर दिए जाते है। ऐसे में यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ती है। यात्रियों का कहना रहा कि रोडवेज प्रबन्धन को पुता व्यवस्थाएं करनी चाहिए।