शहीद को किया सुपुर्द-ए-खाक
ब्यावरPublished: Mar 30, 2019 08:18:20 pm
श्रद्धाजंलि देने के लिए उमड़ा जनसैलाब
शहीद को किया सुपुर्द-ए-खाक
ब्यावर. कश्मीर के उरी सेक्टर में गुरुवार तड़के शहीद हुए राजसमंद जिले के गांव शेखावास निवासी सिपाही परवेज काठात को शनिवार को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। शहीद की अंतिम यात्रा शनिवार को डाक बंगले से प्रारंभ हुई। इस दौरान जवानों की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पूर्व सैनिकों ने भी शहीद को सलामी दी। शहीद के जनाजे की झलक पाने के लिए शहर से लेकर मार्ग में आने वाले हर गांव में लोगों का हुजूम उमड पड़ा। शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए मुय मार्ग पर लोग कतारबद्ध खड़े रहे एवं पुष्प वर्षा कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। अंतिम यात्रा शहर के अजमेरी गेट, पाली बाजार, चांगगेट, उदयपुर मार्ग, कृषि उपज मंडी तिराहा, उदयपुर रोड बाइपास होकर सनवा, राजियावास होते हुए उनके पैतृक गांव शेखावास पहुंची। जगह-जगह स्वागत करने वालों का इतनी संया थी कि डाक बंगले से ग्राम नरबदखेडा पहुंचने तक करीब ढाई घंटे का समय लग गया। अंतिम यात्रा में उपखंड अधिकारी जसमीतसिंह संधु, पुलिस उपअधीक्षक हीरालाल सैनी, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी भी साथ-साथ चल रहे थे। इस दौरान रास्ते में जगह-जगह लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। भारत माता की जय…, शहीद परवेज काठात अमर रहे…के नारे लगाए। उधर, राज्य सरकार की ओर से यातायात मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, मंत्री अर्जुन बामनिया, विधायक सुदर्शन सिंह रावत, ब्यावर विधायक शंकरसिंह रावत, मसूदा विधायक राकेश पारीक, पूर्व मंत्री लक्ष्मण सिंह रावत, देवकीनन्दन गुर्जर, पूर्व मंत्री नसीम अतर, भीम प्रधान नरेन्द्र बागडी, राजसमंद कलक्टर अरविन्द पोसवाल, जिला पुलिस अधीक्षक भारतभूषण यादव, उपखण्ड अधिकारी, वृताधिकारी राजेन्द्र सिंह सहित बड़ी संया में लोगों ने शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए। शहर में जनजागरण मंच के पदाधिकारियों व राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के पदाधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। गौरतलब है कि शेखावास निवासी सिपाही परवेज काठात की पार्थिव देह शुक्रवार रात को ब्यावर पहुंची। यहां शव को अंतिम दर्शन के लिए डाक बंगले में रखा गया।
दूर-दूर पहाडिय़ों पर लोगों को हुजूम
शहीद की अंतिम यात्रा को देखने के लिए लोग पहाडियों पर चढ़ गए। दूर-दूर पहाडियों पर लोग ही लोग नजर आ रहे थे। हालात यह रहे कि शहीद के घर से लेकर शेखावास चौराहा तक लोगों का खासा हुजूम रहा। व्यवस्था की दृष्टि से जगह-जगह पुलिस के जवान तैनात रहे। पहाडिय़ों पर शहीद परवेज काठात अमर रहे…के नारे गूंजते रहे।
बेटे की शहादत पर गर्व
शहीद के पिता मांगू काठात सहित अन्य ने कहा कि बेटे की शहादत पर गर्व है। उनको बेटे के जाने का गम है। शहीद परवेज ने उनके गांव व प्रदेश का नाम गौरवान्वित किया है। इस दौरान परिवार के अन्य परिजनों का कहना था कि पाकिस्तान से इसका बदला लिया जाना चाहिए।