इससे तालाब के पास आबाद कॉलोनियों के घरों तक पानी भराव की आशंका है। ऐसी स्थिति बनी तो लोगों को खासी परेशानी का सामना करना होगा। प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है, जबकि तालाब के आव क्षेत्र में लोगों ने मलबा डालकर अतिक्रमण कर लिया है। ऐसे में पानी का भराव क्षेत्र भी कम हो गया है।
बारिश में चलेगी चादर यदि पानी बहाव रोका गया तो आस-पास की कॉलोनियों की ओर पानी फैलेगा। इससे लोगों को नुकसान हो सकता है। शहर की सभी कॉलोनियों व क्षेत्र का पानी बिचड़ली में आता है। सेदरिया क्षेत्र का पानी सेदरिया तालाब होते हुए बिचड़ली की ओर आता है। बरसात होने के साथ ही बिचड़ली तालाब की चादर चल जाती है।
शहर की करीब सतर प्रतिशत कॉलोनियों का पानी बिचड़ली तालाब में आता है। ऐसे में सालभर तालाब पानी से लबालब रहता है।
गर्मी में पानी का भराव क्षेत्र कम हुआ तो लोगों ने मिट्टी डालकर अतिक्रमण कर लिया। रपट पर कचरे का ढेर लगा होने एवं गंदगी होने से बिचड़ली से शुरू होने वाली छावनी नदी में पानी का बहाव क्षेत्र में कचरे से गंदगी बढ़ेगी।
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का भी निर्माण बिजयनगर रोड पर ही बिचड़ली तालाब के पास ही वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके निर्माण से तालाब के भराव क्षेत्र पर असर आया है। इन सारी स्थितियों का असर तालाब के भराव क्षेत्र पर पड़ा है। शहर का एकमात्र बिचड़ली तालाब है। इस तालाब का भी समुचित रखरखाव नहीं हो पा रहा है। तालाब में गंदा व रसायनयुक्त पानी मिल रहा है। तालाब के रखरखाव को लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इतना ही नही तालाब