मगरे के 167 गांव महज चख रहे पानी…
ब्यावरPublished: Dec 26, 2018 02:48:24 pm
जवाजा बीसलपुरा परियोजना – जरुरत दो एमएलडी पानी की एवं मिल रहा आधा एमएलडी,
मगरे के 16 7 गांव महज चख रहे पानी…
भगवतदयालसिंह
ब्यावर. जवाजा बीसलपुरा परियोजना के पहले चरण के तहत16 7 गांवों व मजरों तक पानी पहुंच तो गया है लेकिन यह केवल चखने लायक मिल रहा है। सामान्य जरुरत पूरी करने जितना नहीं है। हालांकि पहले चरण के गांवों में अप्रेल माह तक पहुंचाने का लक्ष्य था। इन 16 7 गांवों के लिए महज आधा एमएलडी पानी मिल रहा है। ऐसे में इन गांवों को सप्ताह में एक बार सप्लाई मिल रही है। ऐसे में ग्रामीणों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीण महज पानी चख रहे है। यहीं स्थिति रही तो दूसरे व तीसरे चरण तक के गांवों में पहुंचाने का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल हो जाएगा। जबकि इन गांवों को नियमित अंतराल से सप्लाई देने के लिए दो एमएलडी पानी की आवश्यकता है। ऐसे में अब भी इन गांवों के ग्रामीणों को हैंडपप व कुंओं का लोराइडयुक्त पानी पीना पड़ रहा है। जवाजा बीसलपुर परियोजना के तहत 399 गांवों व मजरों तक पानी पहुंचाया जाना है। इस योजना के तहत पहले चरण के करीब 16 7 मजरों व ढाणियों तक पहले चरण में पानी की सप्लाई शुरु की गई है। इनमें कुछ गांवों को छोड़कर अधिकांग मजरों व ढाणियों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। इन मजरों व ढाणियों में निर्धारित अंतराल के बाद पानी देने के लिए दो एमएलडी पानी की आवश्यकता है। हाल में पहले चरण के इन गांवों के लिए महज आधा एमएलडी पानी ही मिल रह है।
इसलिए नहीं पहुंच पा रहा है पानी
जवाजा बीसलपुर परियोजना साल 2013 में शुरु हुई। इस परियोजना के तहत 399 गांव, मजरो व ढाणियों तक पानी पहुंचाने के लिए 13.71 एमएलडी पानी की आवश्यकता है। पहले चरण के इन गांवों तक पानी पहुंचाने के लिए दो एमएलडी पानी की आवश्यकता है। फिलहाल आधा एमएलडी पानी ही मिल रहा है। इस कारण कई गांवों को जोड तो दिया गया हैलेकिन वहां तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है।
इन गांवों में शुरु की सप्लाई, नहीं मिल रहा पर्याप्त पानी
मकरेडा पिपंग स्टेशन
जवाजा बीसलपुर परियोजना के तहत मकरेडा पिपंग स्टेशन से जुड़े गोपालपुरा, रहमानखेडा, सरगांव, देवजी का बाडिया, जल की दाती, पिलानी, नयासर, हरि का बाडिया, सरमालिया, भवानीखेडा, शंभूपुरा, कालू सरपंच का बाडिया, भगवानपुरा, सराधना, जौहरखेडा, नयाबाडिया, फतेहगढ़ सल्ला, डूंगरखेडा, चौडा निबडी, लगेतो का बाडिया, रुपनगर, छोटी रुपनगर, हरराजपुरा, मकरेडा, रामपुरा मेवातियान, मेडिया, छीपा कॉलोनी, चीतो का बाडिया, रेलमाल कला, शोभापुरा, नून्द्री मेन्द्रातान, चालीसा, डंगवाडा, अलीनगर, छापरों का बाडिया, रतनपुरा सरदारा, विलातो का बाडिया को सप्लाई से जोडा गया है।
दौलतपुरा पिपंग स्टेशन
परियोजना के तहत दौलतपुरा पिपंग स्टेशन से जुड़े गांव रतनपुरा झूठा, फतेहपुरा प्रथम, ठीकराना गुजरान, कालबेलिया बस्ती, लाखीना प्रथम, सुहावा, गुलाबजी की ढाणी, खिरनीखेडा, मांडावास, लसानी प्रथम, रावतों की ढाणी, लसाडिया प्रथम, अखावतों का बाडिया, पाखरियावास, भोपा का बाडिया, बस स्टैंड चौराहा, बाडिया भाउ, गढी थोरियान, बलाड, लोधो का बाडिया, काकरवाला बाडिया, ागोदरा, बीज गोदाम का बाडिया, रुपाहेली, लोरो का बाडिया, दाता का चौराहा, कुशालपुरा, रामगढ झूठा, कालियावास, सेमला, मालपुरा, बैरवानगर, भवानीखेडा, पीथा का बाडिया, बायला, अबा का बाडिया, शेषपुरा, बरातो का बाडिया, घोड़ातों का बाडिया, नाका का बाडिया, दौलतपुरा मालियान, सिघाडिया, नून्द्री मालदेव, काली माता का बाडिया, विलातों का बाडिया, रामपुरा, लाला ठाकुर का बाडिया, सुंदर का बाडिया, रामसर मोहल्ला, मांडेडा, जैतपुरा, अतीतमंड, माता का थान, सादों का बाडिया को भी सप्लाई से जोडा गया है।
जालिया पिपंग स्टेशन
परियोजना के तहत जालिया पिपंग स्टेशर में शामिल भूरजी का बाडिया, रामावास, भोमजी का बाडिया, अबा का बाडिया, बिच्छुचौडा, नाका का बाडिया, मालीपुरा, सोमालिया, हिमतपुरा, भैसापा, इन्द्रा कॉलोनी, ठाकरवास, किशनपुरा, गाजीपुरा, कालीकाकर, गुजरगामा, रामपुरा दूदा, अमरपुरा, देवजी की ढाणी, पटेलों की ढाणी, खेडा , बस्सी, बाडिया लूबा, खेता का बाडिया, बाडिया मोटा, कोटडा, लाखा माता का बाडिया, चिमनपुरा, मंदिर वाला बाडिया, दानाबाबा का थान, निबोलिया, करला, रोहिडाखेडा, बावडी वाला बाडिया, दुर्गावास, खेडा पटिकडा, धोलादाता, पटेल की डांग, कोट का बाडिया, लालपुरा धन्नार, खेडिया खेडा, भैरोखेडा, लांबा, सनवा, कालिंजरी, कालिंजर, फतेह की पोल, चीतो का बास, नया गांव, कुमार बस्ती, निबा की नदी, केप वाला बाडिया, शाहपुरा, भरतो का बाडिया, बलाईखेडा, रायताखेडा, सुबेदार का बाडिया, चीता का बाडिया, रतनाभोपा का बाडिया, शिवनाथ पुरा, नरबदखेडा, विलातो का बाडिया, टीलसिंह मास्टर का बाडिया, परतापुरा, रामसर, केसरपुरा को सप्लाई से जोड़ा गया है।