ऐसे होंगे इनके हलक तर
ब्यावरPublished: Apr 26, 2019 06:24:38 pm
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग : टॉडगढ़ क्षेत्र के पांच गांवों के तैयार किए प्रस्ताव, प्रशासन की मोहर लगने का इंतजार
ब्यावर. गर्मी के तेवर तीखे होने के साथ ही मगरा क्षेत्र में पेयजल किल्लत गहराने लगी है। टॉडगढ क्षेत्र के कई गांवों के लोगों को दूरदराज से पानी लाना पड़ रहा है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने पहले चरण में पांच गांवों में टैंकरों से जलापूर्ति किए जाने के प्रस्ताव तैयार किए गए है। इन गांवों की ओर से शहर के सरकार की ओर से रिपोर्ट मिलने का इंतजार है। जबकि विभाग ने एक मई से इन गांवों में टैंकरों से जलापूर्ति किया जाना प्रस्तावित किया है। टॉडगढ़ क्षेत्र के गंांवों में पानी डेढ सौ से एक सौसतरह फीट तक नीचे चला गया है। इसके चलते हैंडपप हांफने लगे है। ग्रामीणों को एक से डेढ किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने एक मई से मालातों की बैर, ऊपर की गुहार, नाडा, माथुवाड़ा व धर्मा की तलाई में पहले चरण में टैंकरों से जलापूर्ति के प्रस्ताव तैयार किए है। इन गांवों के संबंधित पटवारी की ओर से रिपोर्ट मिलने के बाद जलापूर्ति पर निर्णय होगा।
ऊंची पहाडिय़ों में आबाद यह गांव
प्रदेश में माउंट आबू के बाद धर्मा की तलाई, ऊपर की गुहार व आस-पास का क्षेत्र सबसे ऊंचा माना जाता है। यह क्षेत्र चारों ओर पहाडिय़ों से गिरा हुआ है। यहां पर आवागमन के साधन सीमित है। रास्ते भी खासे दुर्गम है। ऐसे में ग्रामीणों को पानी लाने में खासी मशक्कत करनी पड़ती है। सुबह जल्दी पानी लाने के लिए जाने के दौरान वन्य जीवों का भय भी बना रहता है। हालात यह हैकि ऊपर की गुहार के ग्रामीण करीब एक किलोमीटर दूर स्थित एक कुएं से पानी लाने को मजबूर है।