महागठबंधन से अलग होकर बसपा व जनवादी पार्टी और सोशलिस्ट पार्टी के साथ मिलकर तीसरा मोर्चा बनाने की घोषणा करने के लिए मंगलवार को बुलाई गई बैठक में माधव आनंद कुशवाहा के पास ही बैठे थे। मीटिंग के बाद देर शाम वह राबड़ी निवास से निकलते हुए नजर आए।
बताया जा रहा है कि उन्होंने राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से मुलाकात की। पांच घंटे तक बातचीत चली ऐसा बताया जा रहा है। अगले ही दिन बुधवार को माधव आनंद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस बाबत ट्वीट कर उन्होंने जानकारी दी है। इन दिनों में उपेंद्र कुशवाहा के लिए तेजस्वी का यह दूसरा बड़ा झटका है। तीन दिन पहले आरएलएसपी के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी ने भी आरजेडी का दामन था म लिया था। अटकलें लगाई जा रही हैं कि माधव आनंद जल्द ही आरजेडी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। उनके आरजेडी की सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की भी चर्चा है।
गौरतलब है कि महागठबंधन में बात नहीं बनने के बाद मंगलवार को उपेन्द्र कुशवाहा ने बसपा के साथ सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का भी ऐलान किया था। उन्होंने चिराग को भी न्योता दिया और कहा कि इस गठबंधन में जो आना चाहें सबका स्वागत है। रालोसपा में मची भगदड़ पर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा था कि हमने अपनी नाव मंझधार से निकाल ली है, लेकिन जो कमजोर दिल वाले हैं वो उतरकर भाग रहे हैं।