जानकारी को कि बेेेेमेतरा समूह पेयजल येाजना के तहत बेमेतरा तहसील में खारा पानी से प्रभावित 57 गांवों के लोगों को शिवनाथ नदी के जल का शुद्धिकरण के बाद अमोरा प्लांट से मीठा पानी उपलब्ध कराया जाना है। जिसके लिए ग्राम अमेारा में 6 .50 एमएल क्षमता का उपकरण लगाया गया है। जहां पर नदी से आने वाले पानी का शुद्धिकरण के बाद मेनलाइन से 3 जोन में पेयजल की आपूर्ति की जाती है। बेमेतरा जल प्रदाय योजना के तहत 57 गांवों के 75870 ग्रामीणों को प्रति दिन 70 लीटर पेयजल की उपयोगिता के अनुमान से दो पाली में पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा था, परन्तु बीते पखवाड़े से तकनीकी कारणों आधी मात्रा में ही नलों से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। जिसकी वजह से लोगों को हैंडपंप सहित अन्य माध्यम से पेयजल की व्यवस्था करनी पड़ रही है।
अनुसार योजना के तहत शिवनाथ नदी में आमेारा गांव से ग्राम सिरवाबाधा, भोईनाभाठा, बाबामोहतरा, नवागांव, खुडमुडी, पेन्डी, आंदु ,बिटकुली, कंतेंली, खिलोरा, मोहलाई, लोलेसरा, बैजी, रचकुडी, परसवारा, धनाडीह मरतरा, मोहरेगा, निनवा, सबंतपुर, बीजाभाट, भोईनाभाठा, बावामोहतरा, नवागांव, बालसमुन्द्र, बिरमपुर, झिरीया, सनकपाट, छितापार,मुरकी, गंागपुर, सिरवाबाधा, बैजी नवागावबहु, करचुवा, रायखेडा, खंडसरा, जगमडवा, सेमरिया, मुरकी, दाढी, धोरेधाट, बिरमपुर 2, मोढी सुखाताल, तरके, बिरसिधी, चरधट, पौसरी समेत सभी 57 गांवों में सार्वजनिक स्थानों व घरों में लगाए गए घरेलू नलों से आधे समय ही पेयजल आपूर्ति की जा रही है।
जिले में समूह पेयजल योजना के प्रारंभ से लेकर अब तक का अनुभव लोगों के लिए ठीक नहीं रहा है। योजना को 2013 के दौरान स्वीकृत करने के बाद 2017 तक पूर्ण नहीं किया गया था। बेमेतरा समूह पेयजल योजना को पूर्ण करने का समय समाप्त होने के बाद अवधि बढ़ाया जा चुका था। इसके बाद भी योजना केा पूर्ण नहीं किया गया था। येाजना का लाभ लोगों को देर से मिला याने 2018 के दौरान मिला है । इस बीच हितग्राहियों को भारी पेयजल संकट का भी सामना करना पड़ा है। इसके अलावा बीते वर्ष नदी मे ं पार्याप्त जलस्तर नहीं होने पर भी इस येाजना को प्रभावित होना पड़ा है। इस बार जब शिवनाथ नदी का जलभराव कायम है तब तकनीकी कारणों की वजह से लोगों को जरूरत मुताबिक जल आपूर्ति नहीं हो रही है।