script24 घंटे में मात्र एक बार मिल रहा नल से पानी, 75870 ग्रामीण परेशान | 75870 villagers upset getting tap water only once in 24 hours | Patrika News

24 घंटे में मात्र एक बार मिल रहा नल से पानी, 75870 ग्रामीण परेशान

locationबेमेतराPublished: Feb 20, 2020 10:36:51 pm

बेमेतरा समूह पेयजल योजना से 57 गांवों के हजारों लोगों को 24 घंटे में नलों से एक बार पानी आने से जैसे-तैसे कर गुजार बसर करना पड़ रहा है। दिनचर्या की जरूरत के अनुसार कम पेयजल मिलने से ग्रामीण परेशन हैं।

24 घंटे में मात्र एक बार मिल रहा नल से पानी, 75870 ग्रामीण परेशान

24 घंटे में मात्र एक बार मिल रहा नल से पानी, 75870 ग्रामीण परेशान

बेमेतरा . बेमेतरा समूह पेयजल योजना से 57 गांवों के हजारों लोगों के पखवाड़ेभर से दो पाली के बजाय एक पाली में जल उपलब्ध कराया जा रहा है। योजना से जुड़े हजारों लोगों को 24 घंटे में नलों से एक बार पानी आने से जैसे-तैसे कर गुजार बसर करना पड़ रहा है। दिनचर्या की जरूरत के अनुसार कम पेयजल मिलने से ग्रामीण परेशन हैं। इस संबंध में बेमेतरा समूह पेयजल योजना के प्रभारी इंजीनियर बीपी चंद्रंवंशी ने बताया कि मोटर पंप में खराबी आने से इस तरह की दिक्कत आई है। मरम्मत के बाद 2-3 दिनों में ही लोगों को पर्याप्त पेयजल मिल सकेगा।
57 गांवों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित
जानकारी को कि बेेेेमेतरा समूह पेयजल येाजना के तहत बेमेतरा तहसील में खारा पानी से प्रभावित 57 गांवों के लोगों को शिवनाथ नदी के जल का शुद्धिकरण के बाद अमोरा प्लांट से मीठा पानी उपलब्ध कराया जाना है। जिसके लिए ग्राम अमेारा में 6 .50 एमएल क्षमता का उपकरण लगाया गया है। जहां पर नदी से आने वाले पानी का शुद्धिकरण के बाद मेनलाइन से 3 जोन में पेयजल की आपूर्ति की जाती है। बेमेतरा जल प्रदाय योजना के तहत 57 गांवों के 75870 ग्रामीणों को प्रति दिन 70 लीटर पेयजल की उपयोगिता के अनुमान से दो पाली में पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा था, परन्तु बीते पखवाड़े से तकनीकी कारणों आधी मात्रा में ही नलों से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। जिसकी वजह से लोगों को हैंडपंप सहित अन्य माध्यम से पेयजल की व्यवस्था करनी पड़ रही है।
इन गांवों में पेयजल सप्लाई प्रभावित
अनुसार योजना के तहत शिवनाथ नदी में आमेारा गांव से ग्राम सिरवाबाधा, भोईनाभाठा, बाबामोहतरा, नवागांव, खुडमुडी, पेन्डी, आंदु ,बिटकुली, कंतेंली, खिलोरा, मोहलाई, लोलेसरा, बैजी, रचकुडी, परसवारा, धनाडीह मरतरा, मोहरेगा, निनवा, सबंतपुर, बीजाभाट, भोईनाभाठा, बावामोहतरा, नवागांव, बालसमुन्द्र, बिरमपुर, झिरीया, सनकपाट, छितापार,मुरकी, गंागपुर, सिरवाबाधा, बैजी नवागावबहु, करचुवा, रायखेडा, खंडसरा, जगमडवा, सेमरिया, मुरकी, दाढी, धोरेधाट, बिरमपुर 2, मोढी सुखाताल, तरके, बिरसिधी, चरधट, पौसरी समेत सभी 57 गांवों में सार्वजनिक स्थानों व घरों में लगाए गए घरेलू नलों से आधे समय ही पेयजल आपूर्ति की जा रही है।
लोगों का अनुभव ठीक नहीं रहा
जिले में समूह पेयजल योजना के प्रारंभ से लेकर अब तक का अनुभव लोगों के लिए ठीक नहीं रहा है। योजना को 2013 के दौरान स्वीकृत करने के बाद 2017 तक पूर्ण नहीं किया गया था। बेमेतरा समूह पेयजल योजना को पूर्ण करने का समय समाप्त होने के बाद अवधि बढ़ाया जा चुका था। इसके बाद भी योजना केा पूर्ण नहीं किया गया था। येाजना का लाभ लोगों को देर से मिला याने 2018 के दौरान मिला है । इस बीच हितग्राहियों को भारी पेयजल संकट का भी सामना करना पड़ा है। इसके अलावा बीते वर्ष नदी मे ं पार्याप्त जलस्तर नहीं होने पर भी इस येाजना को प्रभावित होना पड़ा है। इस बार जब शिवनाथ नदी का जलभराव कायम है तब तकनीकी कारणों की वजह से लोगों को जरूरत मुताबिक जल आपूर्ति नहीं हो रही है।
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