इससे अधिकांश दुपहिया वाहन चालक इस रास्ते से ही निवाई जाते हैं। आवागमन बढऩे से रास्ते में गड्ढे होने व धूल उडऩे से चालक परेशान हैं। नवयुवक मण्डल के अध्यक्ष श्योजीलाल जाट ने बताया कि चुनावों के समय जनप्रतिनिधियों ने रास्ते पर डामरीकण सड़क का वादा किया था।
इसके लिए क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम पोस्टकार्ड अभियान भी शुरू किया, लेकिन लम्बे समय बाद भी सड़क नहीं बनने से लोगों में नाराजगी है। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र की ग्रेवल सड़कों पर लम्बे समय बाद भी डामरीकरण नहीं होने से वाहन चालक परेशान हैं।
सिरस से बहड़ के बीच दो दशक पहले ग्रेवल सड़क बनाई थी। डामरीकरण नहीं होने से ये सड़क भी कई जगह से उखडऩे के बाद अब नाकारा हो गई। यात्री इस रास्ते से रेलवे स्टेशन सिरस आते-जाते हैं। ग्रेवल सड़क उखडऩे के बाद आवागमन में समस्या है।
सड़क बनवाने के लिए लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों को भी ज्ञापन सौंपा, लेकिन आश्वासन के अलावा कार्रवाई नहीं हुई। बस्सी-सिरस तक की ग्रेवल सड़क भी क्षतिग्रस्त है। ग्रामीणों ने विधायक हीरालाल को ज्ञापन भेजकर गे्रवल सड़कों पर डामरीकरण की मांग की है।