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समिति प्रबंधकों सहित पटवारियों पर भी होगी कार्रवाई

locationबेमेतराPublished: Jan 17, 2018 12:39:37 am

अकाल के बावजूद धान खरीदी में तोड़ दिया पिछले तीन साल का रिकॉर्ड, कलक्टर ने दिए जिले के चार खरीदी केंद्रों की जांच के आदेश

Paddy procurement disturbances
बेमेतरा . अकाल प्रभावित जिले में 4 केंद्रों में गत तीन साल के औसत से अधिक धान की खरीदी करने पर सवाल खड़ा किया गया है। जिले मे सबसे अधिक शिकायत साजा तहसील के केंद्रों में आई है। बताना होगा कि जिले मे बीते साल से 30 फीसदी कम फसल हुई है पर बेलतरा समिति के देवकर समिति के सेामईकला धान खरीदी केन्द्र, मुरता समिति के बोरतरा धान खरीदी केन्द्र, रनबोड़ समिति के प्रतापपुर धान खरीदी केन्द्र में औसत से अधिक धान का आवक हो रहा है। जिसे देखते हुए जिले में अकाल की बात बेमानी लगने लगी है। केंद्रों में अविश्वसनीय धान खरीदी को देखते हुए कलक्टर ने जांच का आदेश दिया है।
इन केंद्रों में हुई अधिक धान खरीदी
जिले के पांच धान खरीदी केंद्रों ने बीते 3 साल के औसत धान खरीदी से अधिक मात्रा में धान खरीद लिया है। जिसमें धान खरीदी केंद्र देवकर में पिछले तीन सालों में सबसे ज्यादा 613093 क्विंटल धान खरीदी किया गया था, जो इस साल केन्द्र में अब तक 62571 क्विंटल धान खरीदा चुका है। बेलतरा समिति के धान खरीदी केंद्र सोमईकला ने पिछले तीन सालों में सबसे ज्यादा औसत धान 12450 क्विंटल धान खरीदा था पर अब तक जारी साल में 13089 क्विंटल धान खरीदी हो चुका है। मुरता समिति के बोरतरा में 3 सालों में 5990 क्विंटल धान खरीदी हुआ था जो इस साल 7742 क्विंटल धान खरीद चुका है। नवागढ क्षेत्र के रनबोड़ समिति के प्रतापपुर में पिछले 3 सालों में 5151 क्विंटल धान खरीदा गया था जो इस साल 11892 क्विंटल धान वर्तमान में खरीद चुका है। अब भी धान खरीदी 31 जनवरी तक चलेगा।
15 दिन शेष रहते कई केंद्रों में अब तक बीते साल के बराबर खरीदी
बताना होगा कि जिले में कई धान खरीदी केन्द्रों के तीन साल के आंकड़ों के औसत के करीब धान खरीदी किया जा रहा है। जबकि अभी भी करीब 15 दिन तक धान की खरीदी किया जाना बाकी है जिसे देखते हुए खरीदी केेन्द्रो मे धान का आवक संदेह के दायरे में है। साथ ही जिले मे खादय विभाग के अमला द्वारा कई केन्द्रों में ंदबिश दिया गया, जहां पर अमानक धान भी पकड़ा जा चुका है। आने वाले दिनों में विभागों के जिम्मेदार अधिकारियों को केंद्रों का निरीक्षण करने का निर्देश जारी कर दिया गया है। जिसके लिए बकायदा गोपनीय रूट चार्ट भी तैयार कर लिया गया है। पटवारियों को रिकार्ड दिखाना पड़ सकता है।
अनावरी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल से 30 फीसदी कम होनी थी खरीदी
जिले के बेमेतरा, साजा, बेरला, थानखम्हरिया, नवागढ़ तहसील को शासन ने अकाल प्रभावित तहसील घोषित कर दिया है। जिले के 54 समितियों के 86 धान खरीदी केंद्रों में पिछले साल तक 3 लाख 23 हजार 9 सौ मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई थी। जो इस साल अब तक 2 लाख 21 हजार 5 सौ मीट्रिक टन धान अब तक खरीदा जा चुका है। जिस तरह से जिले का अनावरी रिपोर्ट आया है, उसे देखते हुए जिले मे बीते साल की अपेक्षा 30 प्रतिशत कम होना था।

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