हाथा दादू, जूना दाद्दु, नवागांव, छीटापार, खपरी एन, मानपुर, खरहरी, गोपालपुर, बहर बोड, भालूपान, नवागांव, नेऊर, भदौरा, चका पेंड्रा, मुड़पार, जुनवानी कला, पटना कांपा, कुरवा, बोरदेही, मरदेही, कान्हरपुर, भीखमपुर, करही कांपा,ढाबा पार, कतलबोड, चक्रवाय, लोहडगिया, मनोधरपुर, दर्री। मोतिमपुर, धोबनिकला, भैसा मुड़ा, व गाड़ामोर शामिल हैं। विभागीय रिकार्ड देखे तो स्कूलों में रेम्प निर्माण, हाथ धुलाई प्लेटफार्म, मुक्तिधाम निर्माण, आंगनबाड़ी भवन निर्माण, नाली निर्माण, सीसी रोड निर्माण, अतिरिक्त कक्ष निर्माण, पचरी निर्माण महिला पुरुष ,स्वच्छता संदेश, शाला सौंदर्यीकरण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, ग्राम का नक्शा व रो मार्क का निर्माण होना था। पहले चरण को देखे तो इन ग्रामों के लिए साढ़े आठ करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत हुई । इसके अलावा, विभागीय अधिकारियों ने इन अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्रामों को सौर ऊर्जा की सौगात दी , जिससे रात में गलियों में उजियारा रहे, पेयजल संकट न हो, बाद में लोगो के फिटनेस को ध्यान रखते हुए जिम की व्यवस्था की गई। सौर ऊर्जा की हालत यह कि महीने में बीस दिन यह बंद रहता है, जिम की खरीदी के लिए तो जांच दल की जरूरत है। जिम के उपकरण तो इन गांवों में दूर-दूर तक नजर नहीं आते।
ग्राम कान्हरपुर में मुक्तिधाम के लिए पूर्व सरपंच ने एक लाख 51 हजार रुपए की राशि आहरण की। आज तक कोई काम नहीं हुआ, अब वसूली नोटिस की बात कही जा रही है। बहरबोड पंचायत के नवागांव में मुक्तिधाम निर्माण के लिए तीन लाख की राशि का आहरण किया गया है केवल स्लैब तक कार्य किया गया है। बहरबोड में किचन शेड निर्माण के 48 हजार की राशि निकाली गई कोई काम नहीं हुआ। अब विभाग निरस्ती का प्रस्ताव बना रहा है। मुड़पार में नाली निर्माण के लिए तीन लाख 36 हजार की राशि निकाली गई काम अधूरा हुआ, अब वसूली निरस्ती का प्रस्ताव बना है।
पीसीसी सचिव राजमहन्त विजय बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम के नाम पर पंचायतों में अधिकारियों ने क्या किया यह आकर नवागढ़ ब्लाक में देखा जा सकता है। ग्राम खपरी में सौर ऊर्जा की बिजली महीने में बीस दिन बंद रहती है, ओपन जिमसेट की खरीदी जांच योग्य है। बघेल ने कहा कि ग्राम पंचायत को जो सुविधा नहीं मिल रही है इसके लिए अधिकारी जिम्मेदार हैं।
भाजपा नेता डॉ. जगजीवन खरे ने कहा कि अब तक जिम्मेदार अधिकारी ने कितने ग्राम पंचायतों का दौरा किया, गौठान की जगह यदि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम का निरीक्षण किए होते तो यह दुर्दशा नहीं होती। फर्जीवाड़ा व घटिया काम के लिए बेमेतरा जिला पंचायत को पुरस्कार मिलना चाहिए। डॉ. खरे ने कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम की स्थिति का प्रदर्शन राज्य स्तर पर होना चाहिए।