गुरुवार को करेंगे सीएम आवास का घेराव प्रदेशभर के किसान अपनी मांगों के समर्थन में राजधानी रायपुर में गुरुवार को किसान महासंघ के बैनर तले सीएम हाउस का घेराव करेंगे। प्रदर्शन को असफल बनाने हरकत में आया शासन-प्रशासन स्थानीय किसान नेताओं की धरपकड़ में जुटा रहा। प्रगतिशील किसान संगठन के नेतृत्व में जिले के किसानों को राजधानी रायपुर में आयोजित प्रदर्शन में शामिल होने बुधवार रवाना होना था, लेकिन प्रदर्शन के एक दिन पूर्व आठ किसान नेताओं को हिरासत में लेकर संबंधित थाने में बैठाया गया है।
जिसमें थाना बेमेतरा में प्रगतिशील किसान संगठन जिलाध्यक्ष रामसहाय वर्मा, जिला महासचिव पंचम साहू, बेरला थाना में यशवंत साहू, नंदकिशोर साहू, साजा थाना में उमाशंकर साहू, कृष्णमुरारी वर्मा, चन्द्रशेखर साहू एवं नांदघाट थाना में किसान नेता मनोज अवस्थी को हिरासत मे लिया गया है। हिरासत में लिए गए सभी किसान नेता को 21 सितम्बर को राजधानी रायपुर में होने वाले प्रदर्शन के पश्चात छोड़ा जाएगा।
200 किसान रवानगी की तैयारी में थे
जिलाध्यक्ष रामसहाय वर्मा व महासचिव पंचम साहू ने बताया कि प्रत्येक ब्लॉक से 50-50 किसानों को प्रदर्शन में शामिल होने राजधानी रायपुर जाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके लिए बैठक लेकर क्षेत्र के किसान नेताओं को जिम्मेदारी सौंप दी गई थी। वहीं राजधानी रायपुर जाने के लिए वाहन भी किराए पर कर लिए गए थे। लेकिन शासन-प्रशासन की दमनकारी नीति के कारण बिना कारण बताएं किसानों को हिरासत मे लिया जा रहा है। सरकार किसानों के आंदोलन को जितना दबाने कोशिश करेगी, उससे किसान और अधिक सशक्त व संगठित होकर अपनी मांगों के समर्थन में प्रदेश सरकार का विरोध करेंगे।
जिलाध्यक्ष रामसहाय वर्मा व महासचिव पंचम साहू ने बताया कि प्रत्येक ब्लॉक से 50-50 किसानों को प्रदर्शन में शामिल होने राजधानी रायपुर जाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके लिए बैठक लेकर क्षेत्र के किसान नेताओं को जिम्मेदारी सौंप दी गई थी। वहीं राजधानी रायपुर जाने के लिए वाहन भी किराए पर कर लिए गए थे। लेकिन शासन-प्रशासन की दमनकारी नीति के कारण बिना कारण बताएं किसानों को हिरासत मे लिया जा रहा है। सरकार किसानों के आंदोलन को जितना दबाने कोशिश करेगी, उससे किसान और अधिक सशक्त व संगठित होकर अपनी मांगों के समर्थन में प्रदेश सरकार का विरोध करेंगे।
गुरुवार शाम तक धारा 144 लागू
बेमेतरा में किसानों द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर धरना, रैली व प्रदर्शन की आशंका पर कलक्टर के आदेश पर संपूर्ण जिले में 19 सितम्बर रात्रि 7 बजे से 21 सितम्बर रात्रि 7 बजे तक धारा 144 लागू कर दी गई है। किसानों के प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था बिगडऩे का हवाला देकर पूरे जिले में धारा 144 लगाई गई है। शासन-प्रशासन के इस रवैये से किसानों में आक्रोश व्याप्त है।
बेमेतरा में किसानों द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर धरना, रैली व प्रदर्शन की आशंका पर कलक्टर के आदेश पर संपूर्ण जिले में 19 सितम्बर रात्रि 7 बजे से 21 सितम्बर रात्रि 7 बजे तक धारा 144 लागू कर दी गई है। किसानों के प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था बिगडऩे का हवाला देकर पूरे जिले में धारा 144 लगाई गई है। शासन-प्रशासन के इस रवैये से किसानों में आक्रोश व्याप्त है।
ये हैं किसानों की प्रमुख मांगे
किसानों की प्रमुख मांगो में धान का समर्थन मूल्य 2100 रुपए करने, बीते चार साल के धान का बोनस देने, कृषि न्यायालय की स्थापना, किसानों की कर्ज माफी, 5 एचपी तक कृषि मोटरपंप को नि:शुल्क बिजली देने, किसानों को 24 घंटे बिजली देने, सिंचाई साधन विकसित करने, जिले में कोल्ड स्टोरेज, सोया प्रोसेसिंग प्लांट, शक्कर कारखाना की स्थापना सहित कई अन्य मांगें शामिल हैं।
किसानों की प्रमुख मांगो में धान का समर्थन मूल्य 2100 रुपए करने, बीते चार साल के धान का बोनस देने, कृषि न्यायालय की स्थापना, किसानों की कर्ज माफी, 5 एचपी तक कृषि मोटरपंप को नि:शुल्क बिजली देने, किसानों को 24 घंटे बिजली देने, सिंचाई साधन विकसित करने, जिले में कोल्ड स्टोरेज, सोया प्रोसेसिंग प्लांट, शक्कर कारखाना की स्थापना सहित कई अन्य मांगें शामिल हैं।
धारा खत्म होते ही रिहा
थाना प्रभारी-बेमेतरा डीके मारकण्डे ने बताया कि कानून व्यवस्था को ध्यान में रखकर एहतियातन क्षेत्र के किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया है। धारा 144 खत्म होते ही उन्हें छोड़ दिया जाएगा।
थाना प्रभारी-बेमेतरा डीके मारकण्डे ने बताया कि कानून व्यवस्था को ध्यान में रखकर एहतियातन क्षेत्र के किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया है। धारा 144 खत्म होते ही उन्हें छोड़ दिया जाएगा।