नवकेशा रोड पर बने इस 900 मीटर लम्बे गौरवपथ में हज़ारों वाहन रोज गुजरते है। जो बिलासपुर से नागपुर एवं जि़ला मुख्यालय बेमेतरा का खैरागढ़, राजनांदगांव के लिए सरल मार्ग है । यहां वाहनों का दबाव दिनभर इतना रहता है, कि निर्माणाधीन गौरवपथ से गुजरना खतरनाक साबित होता है। बावजूद निर्माण एजेंसी गौरव पथ निर्माण शीघ्र पूरा करने को लेकर गम्भीर नही है।
पीडि़त चंद्रशेखर अग्रवाल ने बताया की उनका परिवार निर्माण के दौरान उड़ रहे धूल के गुबार से खासा त्रस्त है। परिवार के तीन सदस्य अस्थमा से पीडि़त है। करीब दो साल पूर्व एक ठेकेदार विशेष द्वारा नगर पंचायत से टेंडर लेकर कार्य शुरू किया गया। नगर पंचायत में कई सीएमओ बदल जाने के बाद भी गौरवपथ की तस्वीर नहीं बदल पाई है। गौरव पथ निर्माण को शीघ्र पूरा करने प्रशासन को कई बार आवेदन दिए जाने बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा। निर्माणाधीन गौरवपथ में डामरीकरण होने बाद ही धूल से निज़ात मिलेगी।