बेमेतरा

हाय राम, जमीन हड़पने के लिए भाई ने बहन को जीते जी मार डाला

ग्राम अमोरा का मामला, मोटी रकम के लालच में हल्का पटवारी ने तैयार कर दिया रिकॉर्ड

बेमेतराMar 09, 2018 / 12:12 am

Satya Narayan Shukla

बेमेतरा / नवागढ़ . नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम अमोरा में एक भाई ने अपनी बहन को मृत बताया तो पटवारी ने एक कदम आगे बढ़कर नि:संतान बताकर ग्राम सरपंच से मृत्यु प्रमाण पत्र ही बनवा डाला। कलक्टर व एसपी से शिकायत के बाद भी आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज बहन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है कि छत्तीसगढ़ में जनता की आवाज नहीं सुनी जा रही है।
पटवारी से सांठ-गांठ कर अपने नाम करवा ली जमीन
पथरिया ब्लॉक के ग्राम कलार जेवरा निवासी रामकली लोधी ने बेमेतरा कलक्टर व एसपी को 19 दिसंबर 2017 को आवेदन दिया था कि नांदघाट तहसील के ग्राम अमोरा में पटवारी हल्का नं. 28 में खसरा नं. 1075 एवं 219 में क्रमश: 0.140 व 0.250 हेक्टेयर जमीन मेरी मां भूखा बाई के नाम पर है, जो उसे मायके में मिला दर्ज है। मेरी मां को पूर्व पति (तलाक के पूर्व) से दो संतान वेदराम व मुन्नीबाई पैदा हुए हैं। बाद में दूसरे पति से मैं (रामकली) पैदा हुई हूं। मां की मृत्यु के बाद उक्त जमीन का एक हिस्सा मेरे नाम पर दर्ज होना था पर सौतेले बाई बेदराम लोधी ने पटवारी घनश्याम सेन के साथ सांठ-गांठ कर 3 जून 2016 को जमीन अपने नाम पर दर्ज करवा दिया। जिसे 5 अक्टूबर को वेदराम ने तिलकराम को बेच दिया।
पांच बच्चों की मां को बताया नि:संतान
सरपंच हेमंत के हस्ताक्षर से बने मृत्यु प्रमाण पत्र सह वंशावली में लिखा गया है कि भूखाबाई पति धनुष ग्राम अमोरा का निवासी थीं। जिसकी लगभग 15 साल पहले मृत्यु हो चुकी है। उसके पुत्र वेदराम और एक पुत्री रामकली है। जिसमें रामकली की मौत हो चुकी है। वंशावली में रामकली के नाम के आगे नि:संतान मौत लिखा गया है। रामकली ने बताया कि मुझे मार डाले, यहां तक मैं सहन कर लेती, लेकिन मेरी 5 संतानें अजय, अरुण (बेटे), अमृत, चंदर व कालिंद्री (बेटियां) हैं, इनके रहते नि:संतान बना दिया, जो क्षमा करने योग्य नहीं है।
पटवारी जिम्मेदार
ग्राम पंचायत अमोरा के सरपंच हेमंत ने बताया कि पटवारी घनश्याम सेन द्वारा लिखे गए प्रमाण पत्र को लेकर वेदराम एवं गवाह रामअवतार मेरे पास आए थे, तो मैं उस पर विश्वास कर हस्ताक्षर कर दिया। बाद में पता चलने पर मैंने पटवारी के खिलाफ नांदघाट थाने में शिकायत की है। सरपंच ने कहा कि मामला राजस्व का होने के कारण मुझे वास्तविक जानकारी नहीं थी। अब ग्रामसभा में प्रमाणीकरण रद्द कर रजिस्ट्री शून्य घोषित करने का प्रस्ताव करेंगे।
मृत्यु प्रमाण पत्र व वंशावली पक्षकारों ने बनवाया
इस संबंध में ग्राम अमोरा के हल्का पटवारी घनश्याम सेन ने कहा कि पक्षकार ने जो बताया उसके आधार पर कागजात तैयार किए गए। मृत्यु प्रमाण पत्र व वंशावली की जानकारी पक्षकारों ने बनवाया है। उच्च अधिकारी यह जानते हैं। तहसील कार्यालय नांदघाट में मामला लंबित है। रजिस्ट्री रद्द करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
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