मंच से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 20 सालों बाद प्रदेश में कोई सरकार किसानों से इतना अधिक मात्रा में धान की खरीदी की है। बारदाना की कमी को लेकर केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि बारदाना देते तो इसस बेहतर खरीदा जा सकता था पर किसानों ने जिस तरह से सरकार की समस्या को समझकर किसानों ने लाकर बारदाना दिया। ये सामंजस्य है, जिसके बल पर सर्वाधिक धान खरीदा गया है। केंद्र सरकार द्वारा अड़ंगा डाला जा रहा है। दिल्ली में समर्थन मूल्य के लिए अंादोलन किया जा रहा है, छत्तीसगढ़ में दिया जा रहा है।
राज्य सरकार किसान की सरकार है। हमारे किसान तो गोबर बेचकर मोटरसाइकिल ले रहे हैं। सीएम बघेल ने आगे कहा कि अब बेमेतरा के गिधवा परसदा गांव छत्तीसगढ़ का एक ऐसा गांव है, जहां पूरे भारत ही नहीं विदेशों से भी 150 प्रजाति के प्रवासी पक्षी आते हैं। इस गाँव में हर साल पक्षी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। जिससे इसे एक अच्छे पर्यटन स्थल के रूप में देखा जाए और यहां विदेशी सैलानी छत्तीसगढ़ आएंगे। कालेज की मंाग को लेकर सीएम ने कहा कि वो बेमेतरा में आने वाले हैं। इस पर वे वही सौगात देंगे। योजना बनाकर काम किए जाने की बात कही।
मंगलवार को जिला पक्षी महोत्सव के समापन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ मंत्री मोहम्मद अकबर, संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे, बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा, खनिज निगम अध्यक्ष गिरीश देवांगन, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी, कलेक्टर शिव अनंत तायल, मुख्य वन संरक्षक शालिनी रैना, डीएफ ओ धम्मशील गनवीर, एसपी दिव्यांग पटेल सहित जनप्रतिनिधि और अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान जिले को 156 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात मिली।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को गिधवा परसदा पक्षी महोत्सव के दौरान विविध प्रकार के पक्षी पुस्तिका का विमोचन किया। पक्षियों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए पक्षी महोत्सव के आयोजन पर शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम में आने वाले ग्रामीणों को जलाशय में विचरण कर रहे पक्षियों को देखने का अवसर नहीं मिल पाया। ग्रामीणों को मौके पर जाने से रोका गया था। वंचित ग्रामीण नगधा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। त्रिदिवसीय महोत्सव के समापन पर सभी मंचस्थ अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।