scriptहाईटेक हो रहा जल संसाधन विभाग, अब अधिकारियों को मोबाइल पर देनी होगी सर्वे रिपोर्ट | Department of Water Resources CG | Patrika News

हाईटेक हो रहा जल संसाधन विभाग, अब अधिकारियों को मोबाइल पर देनी होगी सर्वे रिपोर्ट

locationबेमेतराPublished: May 15, 2018 01:22:04 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

ब अधिकारियों को सिंचाई योजनाओं की सर्वे रिपोर्ट तय समय सीमा में फोटो के साथ देनी होगी।

patrika
बेमेतरा. जल संसाधन विभाग के सचिव सोनमणी वोरा द्वारा एक नया प्रयास मोबाइल एप के माध्यम से विभाग में शुरू किया है। जिसमें अब अधिकारियों को सिंचाई योजनाओं की सर्वे रिपोर्ट तय समय सीमा में फोटो के साथ देनी होगी।
विभागीय सचिव के आदेश अनुसार प्रदेश में निर्मित लघु योजनाएं जिनसे कि रूपंाकित सिंचाई से कम सिंचाई हो पा रही है, उनसे रूपांकित सिंचाई के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विभाग में समस्त उप अभियंता एवं सहायक अभियंता स्तर के अधिकारियों को 5-5 लघु योजनाओं का सर्वे समय-सीमा 14 से 26 मई 2018 तक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता बेमेतरा ने बताया कि इसके अंतर्गत अधिकारियों को उन योजनाओं के ऐसे 5 फोटो लेने होंगे, जो कि कम सिंचाई होने का प्रमुख कारण होंगे। सभी योजनाओं की जानकारी प्राप्त होने के पश्चात् उन पुरानी सिंचाई योजनाओं की खामियों को दूर करने के लिए योजनावार प्राथमिकता तय की जाएगी।
तत्पश्चात मनरेगा, डीएमएफ., विभागीय मद से राशि प्राप्त कर इन पुरानी योजनाओं को पुर्नजीवित करने का एक प्रयास किया जाएगा। जो निश्चित ही प्रदेश में सिंचाई रकबा बढ़ाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।
संयुक्त जिला कार्यालय भवन के दृष्टि सभाकक्ष में सोमवार को कलक्टर महादेव कावरे ने जल संसाधन संभाग बेमेतरा की विभागीय कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने जिले में संचालित जलाशय, व्यपवर्तन योजना एवं निर्माणाधीन योजनाओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने समय-सीमा के भीतर कार्य पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
ईई, जल संसाधन कुलदीप नारंग ने बताया कि जिले में 109 लघु जलाशय, 41 व्यपवर्तन योजना एवं तीन उद्वहन सिंचाई योजना सम्मिलित है। वर्तमान में जिले में बेमेतरा विकासखंड के अंतर्गत हथमुड़ी व्यपवर्तन नहर का रिमाडलिंग एवं लाईनिंग कार्य जिसकी लागत 17 करोड़ 37 लाख रुपए है, प्रगतिरत है। जिससे चार गांव तेलईकुड़ा, जेवरी, बीजाभाठ एवं अमोरा में एक हजार 15 हेक्टेयर में सिंचाई होगी।
इसी तरह सकरी नहर फेस-2 में नहर रिमाडलिंग कार्य लागत राशि 17 करोड़ 31 लाख रुपए है, प्रगतिरत है। जिसकी पूर्ण होने पर बेमेतरा जिले के 18 गांवों की एक हजार 635 हेक्टेयर में सिंचाई की जा सकेगी। कार्यपालन अभियंता ने बताया कि इस वर्ष अल्प वर्षा के कारण लघु जलाशयों, व्यपवर्तन योजना एवं उद्वहन सिंचाई योजना द्वारा 19 हजार 828 हेक्टेयर के विरूद्ध 13 हजार 347 हेक्टेयर में सिंचाई की गई है।
मऊ उद्वहन सिंचाई योजना में लो-वोल्टेज के कारण 11 केवी से 33 केवी में विद्युत दाब परिवर्तित करने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल बेमेतरा द्वारा कार्य किया जा रहा है। बेमेतरा जिला में जल संसाधन विभाग के 35 एनीकट हैं, जिनमें शिवनाथ नदी में 13, हाफ नदी में चार, सकरी नदी में तीन, सुरही नदी में पांच, डोटू नाला में चार, करूवा नाला में एक एवं लोकल नाला में तीन एनीकट निर्मित हैं।
इस वर्ष कलेक्टर के आदेशानुसार 13 एनीकटों पर गेट को वेल्डिंग द्वारा जाम किया गया है। जिससे इस वर्ष पूर्व वर्षों की तुलना में अधिक जलभराव हुआ है। जिले की तीन समूह जलप्रदाय योजना अमोरा, तिवरैया एवं नांदघाट में संचालित की जा रही है एवं जलभराव होने से आसपास के एक किमी नदी के किनारे भू-जलस्तर में बढ़ोत्तरी हुई है। स्वयं के साधन से पंप द्वारा किसान साग-सब्जी के लिए पानी भी ले रहे हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो