बिजली विभाग कि लापरवाही के चलते लोग परेशान है। कई ग्रामों के उपभोक्ताओं को प्रतिमाह बिल भी नहीं दिया जा रहा है। जिसको बिल दिया जा रहा है उन्हे अत्याधिक बिल थमाया जा रहा है। ग्रामीण विद्युत वितरण केन्द्र कारेसरा में आने वाले कई ग्रामों के उपभोक्ता परेशान है। ग्रााम गांगपुर के जेठू कोठारी, थनवार यादव व जगदीश यादव, प्रकाश वर्मा, मेलाराम वर्मा, भगवान यदु, फुलमत बाई सहित कई ग्रामीण ज्यादा बिजली बिल भेजने की शिकायत लेकर विभागीय कार्यालय में आवेदन सौंपकर निराकरण की मांग कर चुके हैं। उपभोक्ता थनवार यादव ने बताया कि उनको 51503 रूपए का बिल मिला है जब से बिल मिला तब से वह परेशान है। जेठू कोठारी ने बताया कि उनका लगभग 10 वर्ष पूर्व एकल बत्ती कनेक्शन के तहत बिजली कनेक्शन मिला है पहले विभाग के द्वारा 20 से 50 रूपए का बिल दिया जाता था। जिसे वह प्रतिमाह भुगतान करते आ रहा लेकिन बीत वर्ष कोरोनाकाल के समय से बिल अनाप शनाप भेजा जा रहा है। ग्राम लोलेसरा में भी लोगों को अनाप शनाप बिजली बिल दिया गया हैं।
जब तक उपभोक्ताओं के द्वारा प्रतिमाह बिजली बिल का भुगतान नहीं किया जाता है लोगों को 400 यूनिट खपत पर बिजली बिल हाफ योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा हैं। प्रतिमाह बिल नियमित बिल का भुगतान करने पर उपभोक्ताओं को योजना लाभ दिया जाना है पर अव्यवस्था की वजह से ग्रामीण उपभोक्ताओं केा लाभ नहीं हो रहा है। आए दिन जिले में कहीं न कहीं पर विभाग के कार्यालय पहुंचकर लोग शिकायत दर्ज करा रहे है। उसके बाद भी विभाग चैन की नींद सो रहा है। विभाग कि लापरवाही के चलते राज्य सरकार की भी किरकिरी हो रही है।
लगभग 2 वर्ष पूर्व ग्रामीण अंचल में भी स्पाट बिंलिंग लेने कि योजना आरंभ किया गया है। तब से ज्यादा शिकायत आ रही है। उपभोक्ताओं ने बताया कि विभाग के कर्मचारियों के लापरवाही के चलते हमें भुगतना पड़ रहा है। अधिक बिजली बिल आने वाले ज्यादातर उपभोक्ता गरीबी रेखा से निचे जीवन यापन करने वाले है। पहले उन्हे एवरेज बिल भेजकर राशि ली जा रही थी। अब स्पाट में रींडिंग लेकर बिजली बिल दिया जा रहा है। जिसमें ही खामियां है। उपभोक्ताओं का कहना है कि जिस दिन से स्पाट बिलिंग चालू किया गया है उस माह से पहले तक की मीटर रींडिंग को शून्य मानकर आगे के खपत की रींडिंग करते हुए बिल दिया जाता तो कोई परेशानी नहीं होती वे लोग बिल का भुगतान कर देते लेकिन विभाग के कर्मचारियों के लापरवाही के चलते लगभग 10 से 15 दिन पूर्व लगे मीटर की खपत को जोड़कर बिजली का बिल थमाया जा रहा है। जिसके कारण भी अत्यधिक बिल आ रहा है।
जेई, कारेसरा यूनिट अभिषेक राठी ने बताया कि उपभोक्तओं ने अधिक बिल आने की शिकायत की है। जिसके निराकरण के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। पूर्व में लोक अदालत के दौरान कई प्रकरणों का निराकरण कर संशोधन किया गया था।