scriptफर्जी दस्तावेज बनाकर किसानों के नाम पर लोन लेने वाले गिरोह का पर्दाफाश जल्द | Gang of fake loan seekers on the name of farmers, expose soon | Patrika News

फर्जी दस्तावेज बनाकर किसानों के नाम पर लोन लेने वाले गिरोह का पर्दाफाश जल्द

locationबेमेतराPublished: Jun 20, 2019 11:52:24 pm

नवागढ़ ब्लॉक के किसानों के नाम पर भाटापारा बैंक में हुआ 6 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा, अब तक 5 आरोपी गिरफ्तार

Bemetara Patrika

फर्जी दस्तावेज बनाकर किसानों के नाम पर लोन लेने वाले गिरोह का पर्दाफाश जल्द

बेमेतरा/नवागढ़ . बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा लेवई कढ़ार में किसानों की जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर लोन लेने के मामले में पुलिस ने अब तक 5 आरोपियों को हिरासत में लेकर न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया है। पहले 3 आरोपियों को फिर बाद में दो आरोपियों को पकड़ा गया। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि अभी शाखा प्रबंधक प्रमोद भल्लवी सहित कुछ अन्य आरोपी फरार हैं। किसानों के लगातार मिल रहे आवेदन से लगभग छह करोड़ रुपए के घोटाला होने का अनुमान है।
प्रिंटर, लैपटाप व सील जब्त
प्रकरण में अवैध दस्तावेज बनाने वाले ओमकार गहरे ग्राम मेहना थाना नांदघाट व किशोर कुर्रे ग्राम झाल को अवैध दस्तावेज बनाने की सामग्री के साथ गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से दो प्रिंटर, एक लैपटॉप और सील जब्त किया गया है। पूरे प्रकरण में अब तक 15 किसानों के द्वारा मामले के संबंध में आवेदन दिया गया है। जिस पर जांच जारी है। बताया गया है कि अन्य किसानों के द्वारा भी आवेदन दिए जाने की तैयारी की जा रही है।
दूसरे की जमीन पर लिया एक-एक लाख का लोन
एसडीओपी केवी द्विवेदी और ग्रामीण थाना प्रभारी राम चरण सिंह ठाकुर ने बताया कि नांदघाट थाना अंतर्गत ग्राम कूरां के राम बगस, धनीराम और नारायण सिंह ने आवेदन दिया था कि उनके नाम की भूमि खसरा नंबर पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर भूमि को बंधक रखकर एक-एक लाख रुपए लोन बैंक मैनेजर की मिलीभगत से निकाल लिया गया है। जिसके कारण सोसाइटी में खाद-बीज नहीं ले पा रहे हैं। उक्त शिकायत पर धारा 420 के तहत पुलिस के द्वारा अपराध पंजीबद्ध किया गया था। विवेचना के दौरान पाया गया कि आवेदक राम बगस भूमि खसरा नंबर 150 पर विजय कुमार व आवेदक धनीराम के भूमि खसरा नंबर 201 पर रैन बाई सतनामी तथा आवेदक नारायण सिंह की भूमि पर आरोपी मालिक राम ने फर्जी कागजात प्रस्तुत कर एक 8 लाख रुपए लोन लिया है। जिस पर अतिरिक्त धारा 467, 468, 471 व 34 जोड़ी गई है। जिसमें मालिक राम, विजय कुमार चेलक, रैन बाई नवरंगे सभी ग्राम कूरां थाना नांदघाट द्वारा अपराध पाए जाने पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
दो माह से भटक रहे थे किसान
नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम मारो, दोहत्रा, सोनिका, मोहलाइन, चक्रवाय, दर्री, भिलौनी सहित लगभग एक दर्जन गांव के किसान भाटापारा के लेवई कढ़ार में बैंक आफ महाराष्ट्र से फर्जी लोन के मामले में लगभग दो माह से भटक रहे थे। मारो पुलिस ने मामला भाटापारा से सबंधित होने का हवाला देकर किसानों को परेशानी से बचने के लिए भाटापारा जाने की सलाह दी। अब प्रतिदिन एक किसान वहां पहुंच रहा है। जानकारों की मानें तो 500 किसानों के नाम पर 6 करोड़ से अधिक का फर्जी लोन लिया गया है।
राजस्व रिकार्ड ऑनलाइन होने पर खुली पोल
दलालों के चंगुल में फंसे किसान इस बात से उत्साहित थे कि उन्हें कम जमीन में अधिक ऋण मिल रहा है। जब सभी किसानों के लिए राजस्व रिकार्ड ऑनलाइन जरूरी हुआ तब मामला उजागर हुआ। इसके बाद से मारो के आसपास के किसानों की नींद ***** हो गई है। बैंक में जिन किसानों के जमीन बंधक है, उनका केवल रकबा खसरा है, बाकी नाम किसी और का है। सब कुछ सुनियोजित ढंग से किया गया है। इसमें बैंक प्रबधन की भूमिका संदिग्ध है, जिसने मौके का भौतिक सत्यापन करना जरूरी नहीं समझा।
बिना कर्ज लिए ही कर्जदार हो गए कई किसान
हाल यह कि जो किसान कभी कर्ज नहीं लिए, वे भी कर्जदार हो गए हैं। ग्राम मारो निवासी 80 वर्षीय रिटायर्ड प्राचार्य जीवनधर दीवान वर्षों से बेमेतरा में रहते हैं। उनके जमीन पर सोनिका पारा निवासी किसी भुवन के नाम पर बैंक ऑफ महाराष्ट्र में कर्ज दर्ज है। अब दीवान 80 के उम्र में बैंक जाएं या थाना। वे चिंतित है कि इस मामले के कारण उनके लेनदेन पर व्यापक असर पड़ रहा है। सहकारी बैंक से व्यवहार नहीं हो पा रहा है। ग्राम कूरां निवासी नेमा बाई ने भाटापारा ग्रामीण थाना में लिखित शिकायत दी है कि उसके जमीन पर नरेश कुर्रे, सुनील जोशी नामक लोगों ने फर्जी लोन लेकर फर्जीवाड़ा किया है, कार्रवाई की जाए। मारो के नरेंद्र साहू ने बेवरा के शिविर में कलक्टर से शिकायत किया कि मारो के सैकड़ों किसान फर्जी लोन में फंस गए हैं, जांच में सहयोग किया जाए। फर्जीवाड़ा के कारण किसान न खाद ले पा रहे हैं न बीज।
बालसमुंद, भाटापारा व बेमेतरा में अधिक गड़बड़ी
नवागढ़ ब्लॉक के किसानों के नाम पर वर्ष 2012 से 2016 तक कारोबार किया गया है। इस वर्ष किसानों की ऋण माफी के बाद कर्ज की चाहत में किसान बैंक जा रहे हैं तो पता चल रहा है कि उनके नाम पर कर्ज अन्य शहरों में दर्ज है। भाटापारा के बाद फर्जी ऋण का प्रकरण बालसमुंद में अधिक है। इस संबंध में नवागढ़ विधायक गुरुदयाल बंजारे ने किसानों को सलाह दी है कि सभी किसान अपनी जमीन संबंधी रिकार्ड चेक करें। फर्जी लोन के मामले तत्काल पुलिस को दें। दलाल व दोषी दोनों पर ठोस कार्रवाई जरूरी है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो