डीईओ जीआर चंद्राकर ने बताया कि हर साल जिले के खिलाडिय़ों को 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा में बोनस अंक दिया जाता है। इसके अलावा स्काउट-गाइड, एनएसएस के बच्चों को भी इसमें शामिल किया गया है। ऐसे खिलाड़ी जो वार्षिक परीक्षा में कम अंक आने या अनुत्तीर्ण होने वाले हैं, उन्हें बोनस से फायदा मिलेगा। इधर शिक्षा विभाग ने जिलेभर के सभी हाई व हायर सेकंडरी स्कूलों के संस्था प्रमुख को पत्र लिखकर जानकारी मंगाई जा रही है। बीते वर्ष जिले के कुल 140 खिलाडिय़ों को बोनस का लाभ मिला था वहीं जारी समय मे आंकड़ा 150 से पार होने की संभावना है।
खेल विभाग के कारूणिक ने बताया कि जिलेभर के स्कूल प्रमुखों को पत्र लिखकर 1 मार्च तक खिलाडिय़ों, स्काउट-गाइड के बच्चों की सूची भेजने के निर्देश दिए थे। प्रवेश पत्र आने के बाद ही परीक्षार्थियों की सूची बोर्ड को अनुमोदन कर भेजा जाना है जिसके लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इसी तरह स्काउट-गाइड प्रभारी प्रवीण सिंह राजपूत ने बताया कि जिले मे पूर्व वर्ष में 57 स्काउट गाइड को राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त करने वालों को बोनस अंक मिला था, वही इस बार 87 स्काउट-गाइड राज्यपाल चयनित हुए, जिन्हें इसका लाभ मिलेगा। सूची स्कूलों से मंगाकर भेजी जा रही है। वही राष्ट्रपति चयनित बच्चों को भी इसका लाभ मिलेगा।
डीईओ चंद्राकर ने बताया कि जिलेभर के चयनित खिलाडिय़ों व स्काउट-गाइड को 10 अंक बोनस मिलेगा। वही नेशनल स्तर के खिलाडिय़ों को 15 अंक बोनस दिया जाएगा। इंटरनेशनल खिलाडिय़ों को 20 अंक देने की पात्रता है। जिले के होनहार खिलाड़ी रजतकुमार दुबे ने बताया कि शासन के इस प्रयास से पढ़ाई में पिछडऩे के भय से खेल या दीगर गतिविधियों से दूर रहने वालों को अवसर मिलता है। जिले में राज्य एवं नेशनल लेवल पर कई खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन करते हैं।