सात बिंदुओं में मिला है आदेश
पीजी कालेज के प्राचार्य डॉ. डी डे ने बताया कि विश्वविद्यालय से अर्धवार्षिक परीक्षा के संबंध में 7 बिन्दुओं पर आधारित आदेश मिले हैं। जिसमें अर्धवार्षिक परीक्षा के 10 प्रतिशत अंक वार्षिक परीक्षा परिणाम में आंतरिक मूल्यांकन के अंक जोडऩे के आदेश हैं। उन्होंने बताया कि आंतरिक मूल्याकन के लिए पीजी कालेज बेमेतरा में अद्र्धवार्षिक परीक्षा 11 जनवरी से शुरू कर दी गई है, जो 27 जनवरी तक चलेगी। कन्या कालेज में भी अद्र्धवार्षिक परीक्षा 15 जनवरी से शुरू होगी। जिसमें करीब 400 परीक्षार्थी बैठेंगे। प्राचार्य बीपी चंद्रवंशी ने बताया कि आदेश मिल चुका है, सोमवार से परीक्षाएं शुरू होगी।
कमजोर विद्यार्थी के लिए संजीवनी का करेगी काम
दुर्ग विश्वविद्यालय द्वारा जारी आदेश के तहत उन छात्र-छात्राओं के लिए संजीवनी का काम करेगी, जो किसी विषय में कम अंक मिलने पर पूरक आ जाते हंै या फेल हो जाते हैं। उन्हे पास होने के लिएं 10 प्रतिशत अंक से मदद मिलेगी। हालांकि छात्र छात्राओं द्वारा प्राप्तांकों के 10 प्रतिशत की गणना करने पर यदि उनके 10 प्रतिशत प्राप्तांक दशमलव अंक में आते हैं तो उन्हे 0.5 या अधिक पर पूर्णांक में परिवर्तित करके ही प्रेषित किया जाएगा। जो विद्यार्थी अर्धवार्षिक परीक्षा में अनुपस्थित रहेंगे उनको वार्षिक परीक्षा के अंक में 10 प्रतिशत अंक नहीं जुड़ पाएंगे। इसके साथ ही केवल सैद्धांतिक परीक्षा का ही आयोजन करते हुए उनके अंको का प्रेषण किया जाएगा। परीक्षा प्रारंभ करने की तिथि के पूर्व महाविद्यालय स्तर पर जो पाठ्यक्रम पूर्ण किया गया हो, उसी पाठ्क्रम से परीक्षा आयोजित की जाएगी।
दुर्ग विश्वविद्यालय द्वारा जारी आदेश के तहत उन छात्र-छात्राओं के लिए संजीवनी का काम करेगी, जो किसी विषय में कम अंक मिलने पर पूरक आ जाते हंै या फेल हो जाते हैं। उन्हे पास होने के लिएं 10 प्रतिशत अंक से मदद मिलेगी। हालांकि छात्र छात्राओं द्वारा प्राप्तांकों के 10 प्रतिशत की गणना करने पर यदि उनके 10 प्रतिशत प्राप्तांक दशमलव अंक में आते हैं तो उन्हे 0.5 या अधिक पर पूर्णांक में परिवर्तित करके ही प्रेषित किया जाएगा। जो विद्यार्थी अर्धवार्षिक परीक्षा में अनुपस्थित रहेंगे उनको वार्षिक परीक्षा के अंक में 10 प्रतिशत अंक नहीं जुड़ पाएंगे। इसके साथ ही केवल सैद्धांतिक परीक्षा का ही आयोजन करते हुए उनके अंको का प्रेषण किया जाएगा। परीक्षा प्रारंभ करने की तिथि के पूर्व महाविद्यालय स्तर पर जो पाठ्यक्रम पूर्ण किया गया हो, उसी पाठ्क्रम से परीक्षा आयोजित की जाएगी।