उन्होंने कहा कि भोजन पकाने के दौरान साफ-सफाईका विशेष ध्यान रखे। उन्होंने कम्प्यूटर कक्ष का निरीक्षण किया और अविलंब कम्प्यूटर सेट व्यवस्थित कर विद्यार्थियों को सीखने के लिए उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्यार्थियों से नियमित रूप से मास्क व सेनेटाइजर का उपयोग करने की बात कही। इसी तरह से प्रायोगिक कक्षों का अवलोकन करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि सभी प्रायोगिक उपकरण टेबल में व्यवस्थित कर विद्यार्थियों के लिए प्रायोगिक कक्ष आरंभ की जाए।
निरीक्षण के दौरान बीआरसीसी ने वहां उपस्थित कुछ पालकों से भी चर्चा कर विद्यालय के संबंध में फीडबैक लिए। निरीक्षण में पहुंचे बीआरसीसी का प्राचार्य डा. सुहासिनी शर्मा ने पौधा भेंटकर अभिनंदन किया। उन्होंने प्राचार्य सहित स्टाफ को बेहतर व्यवस्था के लिए बधाई देते हुए विद्यालय की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की बात कही।
निरीक्षण टीम में नवाचारी शिक्षक राजेश कुमार सूर्यवंशी, नरेन्द्र कुमार राठौर, सीएसी सदर जांजगीर विनोद पाण्डेय, पंकज कौशिक, बीआरपी अंजू मिश्रा उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान विद्यालय की प्राचार्य डॉ. सुहासिनी शर्मा, एनसीसी आफिसर दिनेश चतुर्वेदी, चक्रपाल तिवारी, प्राची पाण्डेय, कुमारी आकांक्षा यादव, बी अंतरा, रेणुका जैन, डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, शुम्मी पाण्डेय, अनुप्रिया यादव सहित शिक्षक स्टाफ व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
बीआरसीसी रिषीकांता राठौर ने बताया कि जिला मुख्यालय जांजगीर स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्थापित अंग्रेजी माध्यम स्कूल की एक श्रृंखला है। यह 1 नवंबर 2020 को स्थापित किया गया था। स्कूल पूरी तरह से स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वित्त पोषित है। जिसमें कक्षा 8 तक शिक्षा नि:शुल्क है, उसके बाद कक्षा 12 तक नाममात्र का शुल्क है। इस स्कूल में प्राइवेट कान्वेंट स्कूल की तरह ही सर्वसुविधायुक्त लैब, लाइब्रेरी, अच्छे फर्नीचर, खेल सुविधाओं सहित कई इंतजाम किए गए हैं। छात्रों को हाइटेक सुविधा मिल रही है।