जिले में राष्ट्रीयकृत बैंकों और निजी बैंकों के करीब 40 एटीएम संचालित हैं। इससे प्रतिदिन लाखों रुपए निकाले जाते हैं। जिला मुख्यालय के अलावा नवागढ़, साजा, बेरला, थान खम्हरिया, देवरबीजा, देवकर समेत कई स्थानों पर एटीएम लगाए गए हैं। जिले में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के 11 एटीएम, इलाहाबाद बैंक का एक, बैंक ऑफ बड़ौदा का 8, बीओएम का एक, बैंक ऑफ इंडिया का एक, डीसीबी बैंक का 2, जिला सहकारी बैंक का 5, कैनरा बैंक, सीबीआई, कॉरपोरेशन बैंक, आबीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूको बैंक, यूबीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक का एक-एक एटीएम है। जिले में 72 बैंक शाखा संचालित है। जिसमें से 32 शाखा में एटीएम नहीं है। वहीं 40 शाखाओं में एटीएम हैं। जहां सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग करने की जरूरत है। ज्ञात हो कि एटीएम कैश वेन लूट से पहले भी जिले में कई असामाजिक तत्वों ने एटीएम में भी लूट की कोशिश की है। इसके बावजूद एटीएम की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
जिला मुख्यालय में विभिन्न बैंकों के लगभग 28 शाखाएं हैं। जिनमें कई बैंकों के एटीएम भी संचालित हैं। जिसमें ज्यादातर एटीएम में सुरक्षा के नाम पर महज सीसीटीवी कैमरा लगाय गया है। कई बैंकों के एटीएम में सुरक्षा गार्ड तक नहीं है। जिन बैंकों में एटीएम में गार्ड हैं, वहां रात में कोई गार्ड तैनात नहीं रहता है। ऐसे में असामाजिक तत्वों की निगाह में एटीएम पर लगी रहती है। जिले में तीन-चार घटनाएं एटीएम लूट के प्रयास की हो चुकी है। देवरबीजा में संचालित एटीएम को तीन बार नुकसान पहुंचाने का प्रयास हो चुका है। जिस पर बैंक प्रबंधन की लापरवाही सामने आ चुकी है।
जिला लीड बैंक अधिकारी टी सुब्बा राव ने बताया कि जिले के एटीएम में क्या-क्या सुविधा है। सुरक्षा किस तरह की जाती है। इसके बार में उन्हें जानकारी नहीं है। वे अभी-अभी स्थांनातरित होकर यहां आए हैं। इसलिए स्थिति के बारे में पता नहीं है। वहीं लीड बैंक कार्यालय बैंकों के बीच समन्वय का काम करता है। उन्होंने कहा कि कलक्टर ने स्टेट बैंक के मैनेजर एवं मुझे तलब किया था। उनकी ओर से मांगी गई जानकारी उपलब्ध करा दी गई।
पुलिस कप्तान प्रशांत ठाकुर ने बताया कि जिले के बैंकिंग संस्थानों की सुरक्षा को लेकर बैंक प्रमुखों की शुक्रवार को बैठक बुलाई गई है। सुरक्षा उपायों को लेकर पूरी जानकारी मांगी जाएगी। जरूरी सरक्षा के निर्देश भी दिए जाएंगे। अतरिया मामले की जांच चल रही है। पुलिस हर बिंदुओं पर बारीकी से जांच कर रही है। एसपी ने बताया कि बुधवार को ड्रोन कैमरे से जुटाए गए वीडियो व फोटो को देखा गया है। अन्य जानकारियों का भी अध्ययन किया गया है। बाकी रकम ढूंढने के लिए पुलिस का प्रयास लगातार जारी है।