युवक-युवती को एक साथ नदी के गहरे पानी में डूबते देख मार्ग से गुजरऩे वाले राहगीरों ने दोनों को नदी से बाहर निकाला। इसके पश्चात 108 संजीवनी एक्सप्रेस को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही ईएमटी सरस्वती साहू और पायलट सनत डहरे तुरंत मौके पर पहुंचे। तुलसी का पल्स नहीं मिल रहा था ,जबकि पारस बेहोशी की हालत में था। ईएमटी सरस्वती साहू ने सूझबूझ का परिचय देते हुए गोल्डन ऑवर में सीपीआर और ऑक्सीजन के माध्यम से दोनों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके बाद दोनों प्रेमी युगल को जिला अस्पताल बेमेतरा में भर्ती कराया गया है।
प्रेमी जोड़े के आत्मघाती कदम की सूचना मिलते ही बेमेतरा सिटी पुलिस भी जिला अस्पताल पहुंची। टीआई राजेश मिश्रा ने बताया युवक-युवती का बयान अभी दर्ज नहीं किया गया है। दोनों का उपचार चल रहा है। दोनों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। पूछताछ के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि आखिरकार आत्महत्या करने के प्रयास के पीछे असल वजह क्या है।