बेमेतरा

भारत रक्षा पर्व: देश की सीमाओं के रक्षकों की कलाई पर राजनीति का ‘रक्षासूत्र’

देश की रक्षा करने वाले रक्षकों की कलाई पर रक्षासूत्र होना चाहिए। सरहद पर तैनात जवानों के दिल में ये भावना हमेशा रहनी चाहिए कि उनके देशवासी उनकी रक्षा के लिए फिक्रमंद हैं।

बेमेतराAug 18, 2016 / 02:58 pm

Nidhi Mishra

rakshabandhan in BSF

देश की सरहदों पर जान की बाजी लगा कर रक्षा करने वाले सैनिकों को इस बार का रक्षाबंधन हमेशा याद रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमाओं की रक्षा कर रहे जवानों के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाने का निर्णय किया था, जिसके चलते सभी महिला मंत्रियों को बॉर्डर पर भेजा गया है। राजस्थान में जोधपुर व जैसलमेर बॉर्डर के जवानों को केंद्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल राखी बांधने पहुंची। गुरुवार सुबह जोधपुर पहुंची पटेल ने कहा कि जवानों के साथ रक्षाबंधन मनाने का अर्थ उनकी हौसला अफजाई करना है।
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सुबह सीमा सुरक्षा बल के मुख्यालय में जवानों के साथ रक्षाबंधन पर्व मनाने के बाद पटेल पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं। उन्होंने कहा कि सरकार जवानों के साथ संवेदनशील है। उनकी समस्याओं और कठिनाइयों को गंभीरता से लिया जा रहा है। चिकित्सा योजनाओं के संबंध में प्रश्न करने पर पटेल ने कहा कि सरकार लगातार नई चिकित्सा सुविधाएं विकसित करने पर जोर दे रही है। बीएसएफ मुख्यालय पर जवानों को राखी बांधने के बाद पटेल जैसलमेर जाएंगी। 

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