पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि पास ही के गांव खुरूसबोड़ में 10 नवंबर को एक गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसके बाद कड़ी खुलती गई और खुलासा हुआ। 9 नवंबर को हत्या के आरोपी ओमप्रकाश साहू पिता हीराराम साहू (35 साल) ने अपने नाबालिग बेटे को ट्रैक्टर चलाने दिया था। इस दौरान 13 साल का बच्चा घायल हो गया। उसके सिर पर चोट आई। इससे दुर्घटना करने वाला नाबालिग घबरा गया और पिता को घटना की जानकारी दी। इस पर ओमप्रकाश साहू और उसका जीजा शिवकुमार साहू पिता पुनाराम(48 साल) घटना स्थल पर पहुंचे और बच्चे को बोरिया गांव के तालाब के पास पेट्रोल छिड़ककर जला दिया।
मारने के बाद उस बच्चे के शव को दो सीमेंट के फेंसिंग पोल से बांधकर तालाब में फेंक दिया, ताकि शव बाहर न आए। लेकिन शव सड़कर पानी के ऊपर आ गया, जिसे सोमवार को कोटवार ने देखा और पुलिस को सूचना दी। कपड़े और गले की माला से बच्चे की पहचान हो गई। इसके बाद पूछताछ शुरू हुई और मामला सामने आ गया। इस मामले में नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया गया है। पूरे प्रकरण की विवेचना बेमेतरा कोतवाली थाना प्रभारी राजेश मिश्रा व चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक रंजीत प्रताप सिंह ने की।