घटना की जानकारी मिलते ही एसपी दिव्यांग पटेल, एएसपी विमल बैस व बेमेतरा एसडीओपी राजीव तिवारी जिला अस्पताल पहुंचे और मौजूद लोगों से जानकारी ली। एसपी पटेल ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता से जांच की जा रही है, अपराध दर्ज कर लिया गया है। दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा प्रकरण की जानकारी मिलते ही सिटी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने एसपी, एएसपी और एसडीओपी से जानकारी लेकर जरूरी निर्देश दिए।
पुलिस के मुताबिक बच्ची को गृहग्राम से 18 किमी दूर नेशनल हाइवे से लगे एक अन्य गांव में छोड़कर आरोपी फरार हो गए थे। सड़क किनारे रोती बच्ची को देखकर स्थानीय लोगों ने जनप्रतिनिधियों को सूचना दी। जनप्रतिनिधियों की सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस तत्काल बच्ची को इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची।
सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही पुलिस
पुलिस दिनभर जांच में जुटी रही। जहां बच्ची को छोड़ा गया था, वहां के आसपास के दुकानों की सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। इसके अलावा नेशनल हाईवे में पुराना बस स्टैंड व बेरला तिगड्ढा में लगे विभागीय कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं। पुलिस के मुताबिक मंगलवार की रात बच्ची अपनी दादी व चाचा के साथ घर के आंगन में सो रही थी।
बताया जा रहा है कि रात 12 बजे के बाद अज्ञात आरोपियों ने मुंह दबाकर बच्ची को उठा लिया। उधर जब परिजनों की नींद टूटी तो वे उन्होंने बच्ची की तलाश शुरू की। सुबह बच्ची के बारे में जानकारी मिलने पर परिजन जिला अस्पताल पहुंचे। एसडीओपी राजीव शर्मा ने बताया कि पीडि़ता के परिजन की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 363, 376 व पाक्सो एक्ट के तहत अपराध कायम किया गया है।