खासकर नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के 6 थाना क्षेत्रों में विवादित गांव की दृष्टि से संवेदनशील मानते हुए 22 केंद्रों में विशेष सुरक्षा बलों की निगरानी में मतदान की पक्रिया जारी है। पर अब तक ऐसी कोई विवाद या विपरीत परिस्थिति नहीं बनी है। छह थानों में नांदघाट, दाढ़ी, नवागढ़, खंडसरा, मारो व चन्नू ऐसा है जिसके अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांवों के 22 मतदान केंद्रों में पुलिस की लगातार चौकसी है। सामान्य दिनों में भी यहां किसी न किसी बहाने विवाद की शिकायतें आती रहती है।
ज्ञात रहे कि बेमेतरा जिले के नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के पांच थाना क्षेत्र ऐसा है जहां लगभग 22 मतदान केंद्र विवाद की दृष्टि से संवेदनशील माना गया है। जहां राजनीतिक दृष्टि से प्रत्याशियों के प्रतिनिधि एक-दूसरे को नीचा दिखाने के लिए जान के दुश्मन हो जाते हैं। उस दौरान वे किसी की नहीं सुनते और स्थिति मारपीट के साथ जान लेने तक पहुंच जाती है। चुनाव चाहे पंचायत स्तर पर हो या विधानसभा, लोकसभा, यहां लड़ाई-झगड़े के नाम पर दर्जनों गांवों का माहौल बेहत खराब रहा है।
पत्रिका संवाददाता से मिली जानकारी अनुसार 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान इन 22 संवेदनशील केंद्रों में पहले के चुनाव की स्थिति में बेहत सुधार आया है। अब लोगों में जागरूकता कहा जाए या सभ्यता का विकास कि पिछले विधानसभा चुनाव से लेकर अब तक भी कोई बड़ा विवाद का मामला सामने नहीं आया है। वही स्थिति आज चल रहे लोकसभा चुनाव के दोपहर तक की स्थिति में माहौल शांतिपूर्वक है। लोग मतदान के लिए आराम से लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते दिख रहे हैं। वहीं प्रत्याशियों के प्रतिनिधि भी सहयोगात्मक व्यवहार में दिख रहे हैं।
मतदान शुरू होने के निर्धारित समय से पहले लोग लाइन में लगे दिखे। गर्मी को देखते हुए लोग सुबह अपने कर्तव्यों के निर्वहन में केंद्रों में पहुंचना शुरू कर दिए थे। देश में मजबूत लोकतंत्र के लिए लोगों में अब जागरूकता ऐसी देखने को मिल रही कि पूरे जिले में दोपहर एक बजे तक हुए मतदान में नवागढ़ व साजा में मतदान का प्रतिशत आगे रहा है। पूरे जिले में 42.73 प्रतिशत मतदान हो चुका है।