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दसवीं में जिले में टॉप करने वाले विद्यार्थियों के स्कूल में इस साल अंग्रेजी और फिजिक्स के शिक्षक ही नहीं

locationबेमेतराPublished: Oct 14, 2019 10:09:16 pm

नवागढ़ ब्लाक मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम मुरता में शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल के 523 बच्चे चार कमरों के भवन में ही पढ़ाई करने को मजबूर हैं।

दसवीं में जिले में टॉप करने वाले विद्यार्थियों के स्कूल में इस साल अंग्रेजी और फिजिक्स के शिक्षक ही नहीं

दसवीं में जिले में टॉप करने वाले विद्यार्थियों के स्कूल में इस साल अंग्रेजी और फिजिक्स के शिक्षक ही नहीं

बेमेतरा . नवागढ़ ब्लाक मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम मुरता में शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल के 523 बच्चे चार कमरों के भवन में ही पढ़ाई करने को मजबूर हैं। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार यह स्कूल सन् 1998 से संचालित है। तब से लेकर आज तक किसी भी प्रकार का भवन निर्माण कार्य नहीं हुआ है। स्थिति यह है कि 4 क्लास रूम, एक स्टाफ रूम और एक छोटे स्टोर रूम के सहारे ही पिछले 21 सालों से पढ़ाई जारी है।
इस स्कूल में पढ़ते हैं आठ गांवों के 523 बच्चे
हायर सेकंडरी स्कूल मुरता में आसपास के 8 गांव कामता, मुरकुटा, सिवनी, नवागांव, ढनढनी, हरमुड़ी, कंवराकांपा, लालपुर के बच्चे पढऩे आते हैं। जिसके चलते स्कूल में प्रवेश लेने वाले बच्चों की संख्या उम्मीद से अधिक रहती है। शैक्षणिक सत्र 2019-20 में कक्षा नवमी में 203, दसवीं में 132 ,11वीं में 98 एंव 12वीं में 90 बच्चों को मिलाकर कुल 523 बच्चे अध्ययनरत है। बताना होगा कि हायर सेकंडरी स्कूल मुरता स्वीकृत 17 शिक्षकों में से अंग्रेजी, भौतिकी और सामाजिक विज्ञान के 3 शिक्षकों का पद खाली है। जिसके कारण इन विषयों की पढ़ाई करने में बच्चों को दिक्कत होती है। इसके अलावा स्कूल में कोई भी बाबू कार्यरत नहीं है और ना ही कोई चपरासी है।
भवन निर्माण के लिए कई बार कर चुके मांग, शासन नहीं दे रहा ध्यान
शाला विकास समिति के पूर्व अध्यक्ष चैन साहू ने बताया कि भवन निर्माण के लिए शासन प्रशासन से कई बार मांग किया जा चुका है। लेकिन आज तक मांग पूरा नहीं हो पाया है। शासन के अनदेखी के चलते बच्चों को पढऩे लिखने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 60 बच्चों की बैठक क्षमता वाले क्लास रूम में 90 बच्चे बैठ कर पढ़ाई करने को मजबूर हैं, इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है।
बच्चों ने बढ़ाया मान पर शासन ने नहीं दिया ध्यान
विद्यार्थियों ने मेहनत कर स्कूल का मान तो बढ़ाया लेकिन शासन ने कोई ध्यान नहीं दिया और बच्चे आज भी सुविधा के लिए तरस रहे हैं। ज्ञात हो कि पिछले साल कक्षा दसवीं के विद्यार्थी सीमा साहू ने 94.17त्न एवं मुकेश कुमार साहू ने 94त्न लाकर पूरे बेमेतरा जिले में क्रमश: तृतीय एवं चतुर्थ स्थान प्राप्त कर विद्यालय का मान बढ़ाया था। बेमेतरा विधायक आशीष कुमार छाबड़ा ने एक कार्यक्रम में सीमा साहू को जिले में तृतीय स्थान प्राप्त करने के लिए सम्मानित भी किया था। लेकिन शासन ने स्कूल की दशा सुधारने के लिए आज तक कोई पहल नहीं की है। सुविधा के अभाव इस स्कूल के शिक्षक व विद्यार्थी परेशान रहते हैं।
बालिकाओं का शौचालय क्षतिग्रस्त
स्थिति यह है कि बालकों के लिए अलग से शौचालय की व्यवस्था भी नहीं है। स्कूल में बालिकाओं के लिए बनाए गए शौचालय का टैंक क्षतिग्रस्त हो गया है। जिसके चलते शौचालय का उपयोग करने मे दिक्कत हो रही है। स्कूल के प्रभारी प्राचार्य अश्वनी कुमार वर्मा ने बताया कि बालकों के लिए अलग शौचालय की जरूरत है, इसकी जानकारी विभाग को दे दी गई है। इसके अलावा स्कूल प्रांगण में लगे बिजली पोल को बाहर शिफ्ट करने के संबंध में बिजली विभाग को आवेदन दिया जा चुका है लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुआ है।
शासन को भेजा गया है मांग पत्र
इस संबंध में ग्राम पंचायत मुरता के सरपंच खोरबाहरा साहू ने कहा कि हायर सेकेंडरी स्कूल मुरता में भवन निर्माण के लिए शासन से कई बार मांग किया जा चुका है लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिल पाया है। वहीं डीईओ सीएस ध्रुव ने कहा कि हायर सेकेंडरी स्कूल मुरता में भवन निर्माण के लिए शासन को मांग पत्र भेज दिया गया है। स्वीकृत हो जाने के बाद भवन निर्माण किया जाएगा।

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