जनकारी के अनुसार जिले के बेमेतरा जनपद के कुल 103 पंचायत के 187 गांवों में एसबीएम यानी स्वच्छ भारत अभियान के तहत 15044 शौचालय का निर्माण कराया जाना था। रिकॉर्ड के अनुसार शत प्रतिशत शौचालय का निर्माण किया जा चुका है।
साजा जनपद में 20596 शौचालय का निर्माण किया गया है। जिसके बाद हितग्राहियों को 361 लाख का आवंटन किया जाना था। बेरला में 28917 शौचालय का निर्माण किया गया है। शौचालय निर्माण के बाद हितग्राहियों को 789 लाख का आवंटन किया जाना है। कुल 19 करोड़ 92 लाख का भुगतान किया जाना था जिसमे से 4 करोड़ का आवंटन करने के बाद अभी भी हितग्राहियों को 15 करोड़ का भुगतान किया जाना शेष है।
जिले के बेमेतरा जनपद के 103 ग्राम पंचायत के सभी 187 गांव, नवागढ़ जनपद के 94 ग्राम पंचायत के कुल 185 गांव, साजा जनपद के 97 पंचायत के कुल 185 गांव व बेरला जनपद के 93 ग्राम पंचायत के 132 गांवों को खुले में शौचमुक्त गांव घोषित किया गया है।
जिले में अब तक जनसमस्याओं के निराकरण के लिए लगाए गए शिविरों में सबसे अधिक आवेदन शौचालय निर्माण के बाद राशि नहीं मिलने, गुणवत्ता को लेकर प्रस्तुत किया जाता रहा है। इसके अलावा जिला जनदर्शन में शौचालय निर्माण के बाद राशि नहीं मिलने की शिकायतें पहुंच रही है। जिसे देखते हुए योजना शिकायतों का पिटारा माना जा रहा है।
ग्राम हरदी के सुमित, ताकेश्वर मंडावी, परदेशी कुर्रे, बाबूलाल वर्मा सहित 50 ग्रामीणों ने शौचालय के निर्माण का स्तर कमजोर होने के कारण ग्रामीणों ने दोबारा निर्माण कराने की मांग कलक्टर से की। ग्राम सैगोना में एसबीएम योजना के तहत बनाए गए शौचालय बनाने के बाद शौचालय का निर्माण के बाद राशि नहीं देने की शिकायत कैलाश चंद्र, लक्ष्मण जायसवाल, प्रमोद वर्मा, घनश्याम ने की थी। बेरला जनपद के ग्राम मेाहभट्ठा में 2016-17 के दौरान शौचालय निर्माण के बाद आज तक 12 हजार की अनुदान राशि नहीं मिलने की शिकायत महिलाओ ने की है।
सरदा ग्राम पंचायत के दर्जनभर देवार परिवार के पास शौचालय नहीं है। जिसके बाद बाद भी पंचायत व जनपद को ओडीएफ घोषित किया गया है, जबकि प्रभावित ने आज भी लेाटा लेकर जाने की बात कही है। सीईओ जिपं बेमेतरा एस आलोक ने बताया कि एसबीएम योजना में 15 करोड़ का भुगतान लोगों को करना है। जो उपयोगिता प्रमाण पत्र ला रहें हैं, उन्हें राशि का आवंटन किया जा रहा है।