बाजार से सामान खरीदने के बाद पैसे वाले थैले में ही सब्जी भी रखा और थैला मोटर साइकिल के हैण्डल में लटका कर परपोड़ी में शराब लेने देशी शराब दुकान चला गया। जब कुछ देर बाद वह लौटा तो बाइक में थैला नहीं मिला। पीडि़त ने आसपास लोगों से पूछताछ भी की, लेकिन कहीं से भी थैले और पैसे के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। अंतत: किसान ने थाने पहुंचकर उठाईगिरी की शिकायत दर्ज कराई।
पीडि़त किसान ने थैले में नगद रकम के अलावा जमीन की ऋण पुस्तिका, आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक का पास बुक रखा था। थैले में सब्जी भी भरी हुई थी। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद किसान की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 379 अपराध दर्ज करने के बाद विवेचना शुरू कर दी है।